सचिव की मनमानी, ट्रांसफर के बाद भी नहीं छोड़ा प्रभार, ग्रामीण परेशान
सूरजपुर/ओड़गी 09 जुलाई 2025 । जिले के ओड़गी विकासखंड के ग्राम पंचायत दवना में पदस्थ सचिव अमरकंटक जायसवाल के ट्रांसफर के बाद भी प्रभार न छोड़ने से ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। जिला पंचायत द्वारा 14 मार्च 2024 को उनका ट्रांसफर ग्राम पंचायत ठाढ़पाथर में किया गया था, लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी वे दवना का प्रभार नहीं सौंप रहे। जनपद पंचायत ओड़गी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) द्वारा 2 जून 2025 को आदेश और 17 जून 2025 को स्मरण पत्र जारी होने के बावजूद सचिव ने वरिष्ठ कार्यालय के निर्देशों की अवहेलना की है। इससे ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाओं के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है।ग्राम पंचायत दवना के उप सरपंच और पंचों ने जिला प्रशासन को आवेदन देकर गुहार लगाई है कि नए सचिव को प्रभार दिलाया जाए। उप सरपंच ने बताया कि अमरकंटक जायसवाल का घर बिहारपुर में है, जो दवना से करीब 100 किलोमीटर दूर है। वे महीने में महज दो बार पंचायत आते हैं, जिससे ग्रामीणों के काम, जैसे स्कूल से संबंधित दस्तावेज और अन्य प्रशासनिक जरूरतें, अटक जाते हैं। पंचायत भवन पर अक्सर ताला लटका रहता है, और ग्रामीणों को बार-बार चक्कर काटने पड़ते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि सचिव ने ठाढ़पाथर में जॉइनिंग कर ली है, लेकिन दवना का प्रभार नहीं छोड़ा। ओड़गी जनपद पंचायत के सीईओ से बार-बार शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि नए सचिव को तत्काल प्रभार सौंपा जाए, ताकि उनकी समस्याओं का समाधान हो सके।इस मामले में जिला पंचायत और जनपद पंचायत के अधिकारियों का रवैया भी सवालों के घेरे में है। ग्रामीणों का आरोप है कि उनकी शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा। जिला प्रशासन से इस मामले में त्वरित कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है, ताकि दवना के ग्रामीणों को राहत मिल सके।