जनदर्शन चढ़ा लापरवाही की भेंट: भैयाथान में एसडीएम कार्यालय की लापरवाही से ग्रामीणों की उम्मीदें चकनाचूर, जवाबदेह प्रशासनिक व्यवस्था की छवि धूमिल

जनदर्शन चढ़ा लापरवाही की भेंट: भैयाथान में एसडीएम कार्यालय की लापरवाही से ग्रामीणों की उम्मीदें चकनाचूर, जवाबदेह प्रशासनिक व्यवस्था की छवि धूमिल
जनदर्शन चढ़ा लापरवाही की भेंट: भैयाथान में एसडीएम कार्यालय की लापरवाही से ग्रामीणों की उम्मीदें चकनाचूर, जवाबदेह प्रशासनिक व्यवस्था की छवि धूमिल

सूरजपुर/भैयाथान। कलेक्टर के निर्देश पर करीब दो माह पूर्व अनुविभागीय कार्यालय में आमजन की समस्याओं के समाधान के लिए साप्ताहिक जनदर्शन आयोजित करने का आदेश दिया गया था।मगर भैयाथान एसडीएम कार्यालय में जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों की उदासीनता ने इस व्यवस्था को मजाक बना दिया है। सोमवार को 12 से 2 बजे तक निर्धारित जनदर्शन में डेढ़ बजे तक न तो एसडीएम और न ही कोई कर्मचारी मौजूद था। इससे दूर-दराज से अपनी फरियाद लेकर आए कई ग्रामीणों को घंटों इंतजार के बाद मायूसी के साथ लौटना पड़ा।जब स्थानीय मिडिया कर्मियों ने मामले की जानकारी जिला प्रशासन को दी तब जाकर महज कुछ देर आनन फानन में चंद लोगों के आवेदन लेकर कोरमपूर्ती किया गया। जबकि प्रशासन की मंशा है कि जनदर्शन के जरिए आमजन की समस्याओं का त्वरित समाधान हो, लेकिन एसडीएम कार्यालय की लापरवाही ने इस नेक पहल को हास्यास्पद बना दिया। ग्रामीणों का कहना है कि जब अधिकारी-कर्मचारी ही अपनी जिम्मेदारी निभाने को तैयार नहीं, तो ऐसी व्यवस्था का क्या औचित्य...? यह शासन की मंशा और जनता की उम्मीदों के साथ सीधा धोखा है। वहीं दूसरी तरफ स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि दूर-दराज से आने वाले फरियादी घंटों इंतजार करते हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं होती। इससे जवाबदेह प्रशासनिक व्यवस्था की छवि धूमिल हो रही है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि इस लापरवाही पर तत्काल सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि जनदर्शन अपने उद्देश्य में सफल हो और जिम्मेदार अधिकारी अपनी ड्यूटी निभाने को मजबूर हों।