जर्जर मकान की दीवार ढही, मासूम की मौत, स्थानीय लोगों की तत्परता ने बचाई कई जिंदगियां

जर्जर मकान की दीवार ढही, मासूम की मौत, स्थानीय लोगों की तत्परता ने बचाई कई जिंदगियां
जर्जर मकान की दीवार ढही, मासूम की मौत, स्थानीय लोगों की तत्परता ने बचाई कई जिंदगियां

रामानुजगंज। शहर के वार्ड क्रमांक 13 में एक दिल दहलाने वाला हादसा हुआ, जब मूसलाधार बारिश के बीच एक जर्जर मकान की दीवार ढह गई। इस हादसे में 8 वर्षीय मासूम खुशबू की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि चार अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों की सजगता और त्वरित कार्रवाई ने एक बड़ी त्रासदी को टाल दिया।हादसा सुबह करीब 5 बजे हुआ, जब प्रमोद रवि (40) अपने परिवार—पत्नी सुनीता देवी (34) और बेटियों राधा (10), खुशबू (8), व काजल (9)—के साथ अपने घर में सो रहे थे। पड़ोस में पिंटू भुइयां के जर्जर मकान की दीवार अचानक ढह गई और प्रमोद के घर की दीवार से टकराकर उसे भी ध्वस्त कर दिया। पूरा परिवार मलबे में दब गया।स्थानीय लोगों ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया और घायलों को मलबे से निकालकर 100 बिस्तर अस्पताल पहुंचाया। दुर्भाग्यवश, चौथी कक्षा की छात्रा खुशबू ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। अन्य घायलों का इलाज अस्पताल अधीक्षक डॉ. शरद चंद की निगरानी में जारी है।नगर पालिका अध्यक्ष रमन अग्रवाल ने अस्पताल पहुंचकर पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया। मोहल्ले में शोक की लहर है, और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। हैरानी की बात यह है कि जर्जर मकान को आज ही तोड़ने की योजना थी, लेकिन उससे पहले यह त्रासदी हो गई।यह हादसा प्रशासन के लिए सबक है कि जर्जर भवनों पर समय रहते कार्रवाई न हुई तो मासूम जिंदगियां खतरे में पड़ सकती हैं।