युवाओं को शैक्षणिक समृद्धि की सौगात: मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े के प्रयासों से 441 लाख की लागत से बनेगी सेंट्रल लाइब्रेरी

युवाओं को शैक्षणिक समृद्धि की सौगात: मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े के प्रयासों से 441 लाख की लागत से बनेगी सेंट्रल लाइब्रेरी

सामाजिक सशक्तिकरण और ज्ञान आधारित समाज की ओर मील का पत्थर

सूरजपुर, 9 जुलाई 2025। जिले के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े के अथक प्रयासों से जिले को एक अत्याधुनिक सेंट्रल लाइब्रेरी की सौगात मिली है। राज्य शासन ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए इस महत्वाकांक्षी परियोजना हेतु 441.49 लाख रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है। यह लाइब्रेरी न केवल शैक्षणिक संसाधनों का केंद्र होगी, बल्कि युवाओं के सपनों को पंख देने और सामाजिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। बहरहाल मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े के नेतृत्व में यह परियोजना सूरजपुर को शैक्षणिक और सामाजिक रूप से समृद्ध करने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी। यह न केवल जिले के युवाओं को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगी, बल्कि छत्तीसगढ़ को एक प्रगतिशील और ज्ञान आधारित समाज के निर्माण में भी योगदान देगी। कुलमिलाकर सूरजपुर अब ज्ञान की रोशनी से जगमगाने को तैयार है, और इसके पीछे है एक दूरदर्शी नेतृत्व और सामाजिक समावेशन की भावना।

आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा ज्ञान का यह मंदिर

 

250 सीटों की क्षमता वाली यह सेंट्रल लाइब्रेरी आधुनिक तकनीकों का एक अनुपम संगम होगी। इसमें डिजिटल स्टडी मटेरियल, ई-लर्निंग संसाधन, शांत रीडिंग ज़ोन, हाई-स्पीड इंटरनेट सुविधा और पुस्तकालय प्रबंधन के लिए नवीनतम तकनीकों का समावेश होगा। यह सुविधा स्कूली विद्यार्थियों, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं, शोधार्थियों और साहित्य प्रेमियों के लिए एक आदर्श मंच प्रदान करेगी। यह लाइब्रेरी ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच शैक्षणिक असमानता को पाटने में भी सहायक होगी, जिससे सूरजपुर के युवाओं को राष्ट्रीय और वैश्विक मंचों पर अपनी प्रतिभा साबित करने का अवसर मिलेगा।

मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े की दूरदर्शी पहल 

इस उपलब्धि के लिए मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, "यह सेंट्रल लाइब्रेरी केवल एक भवन नहीं, बल्कि हमारे युवाओं के उज्ज्वल भविष्य का आधार है। यह ज्ञान आधारित समाज की स्थापना और शैक्षणिक सशक्तिकरण की दिशा में एक सशक्त कदम है।" उन्होंने जोर देकर कहा कि यह परियोजना क्षेत्रीय संतुलन को बढ़ावा देगी और सूरजपुर को शैक्षणिक उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में स्थापित करेगी।

सामाजिक सरोकार और शैक्षणिक क्रांति का प्रतीक 

यह लाइब्रेरी केवल एक शैक्षणिक केंद्र नहीं, बल्कि सामाजिक सरोकार की भावना को मजबूत करने का एक सशक्त माध्यम भी होगी। यह परियोजना विशेष रूप से उन युवाओं के लिए वरदान साबित होगी जो आर्थिक या संसाधन संबंधी बाधाओं के कारण उच्च गुणवत्ता वाली शैक्षणिक सुविधाओं से वंचित रह जाते हैं। यह लाइब्रेरी न केवल शिक्षा को सुलभ बनाएगी, बल्कि स्थानीय समुदाय को प्रेरित करेगी और ज्ञान के प्रति उनकी जिज्ञासा को बढ़ावा देगी।

स्थानीय समुदाय में हर्षोल्लास  

इस ऐतिहासिक निर्णय से सूरजपुर जिले में खुशी की लहर दौड़ गई है। विद्यार्थियों, अभिभावकों और स्थानीय नागरिकों ने इस पहल के लिए मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े का आभार जताया है। स्थानीय रहवासियों ने कहा, "यह लाइब्रेरी हमारे बच्चों के लिए एक स्वर्णिम अवसर है। अब उन्हें बड़े शहरों में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।" वहीं, एक छात्रा ने उत्साह से कहा, "यह लाइब्रेरी हमें अपने सपनों को पूरा करने का आत्मविश्वास देगी।"