राहगीरों की प्यास बुझाएगी पुलिस… सूरजपुर में थानों के सामने खुलेंगे प्याऊ घर, लटोरी से हुई शुरुआत
भीषण गर्मी में पुलिस बनी फरिश्ता, एसएसपी के निर्देश पर जिलेभर में लगाए जाएंगे प्याऊ, पहली शुरूआत लटोरी में
सूरजपुर, 25 अप्रैल 2025।तेज़ धूप, तपती सड़कें और पसीने से तर-बतर लोग… भीषण गर्मी के इस कहर में अब राहगीरों को राहत मिलने वाली है। सूरजपुर पुलिस ने समाज सेवा की मिसाल पेश करते हुए आमजन की प्यास बुझाने के लिए जिलेभर में प्याऊ घर खोलने की अनूठी पहल शुरू की है। इस मानवीय पहल की शुरुआत शुक्रवार को लटोरी में हुई, जहां पुलिस चौकी परिसर के सामने यात्री प्रतीक्षालय में पहला प्याऊ घर स्थापित किया गया।
इस पहल का शुभारंभ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रशांत कुमार ठाकुर के निर्देश पर किया गया। लटोरी पुलिस चौकी प्रभारी अरुण गुप्ता की उपस्थिति में प्याऊ घर का विधिवत उद्घाटन हुआ। इस अवसर पर ग्राम सरपंच यवत सिंह, उपसरपंच बुधराम राजवाड़े सहित स्थानीय पुलिसकर्मी एवं ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
प्याऊ की शुरुआत से आम लोगों में राहत की भावना देखने को मिली। राहगीरों और स्थानीय नागरिकों ने पुलिस की इस पहल की सराहना करते हुए आभार प्रकट किया।
जनचर्चाओं में भी यह कदम सकारात्मक रूप से सराहा जा रहा है। लोग कह रहे हैं कि जब पेड़-पौधे तक मुरझा रहे हैं, तब पुलिस द्वारा प्यास बुझाने की यह संवेदनशील पहल उसे सिर्फ कानून व्यवस्था तक सीमित संस्था नहीं, बल्कि एक सामाजिक सहयोगी के रूप में भी प्रस्तुत कर रही है।
पुलिस सिर्फ कानून व्यवस्था नहीं, समाज सेवा में भी आगे
एसएसपी प्रशांत कुमार ठाकुर ने जानकारी दी कि जिले के हर थाना और चौकी के बाहर, या अन्य सार्वजनिक स्थलों पर प्याऊ घर खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस की भूमिका केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखने तक सीमित नहीं है, बल्कि सामाजिक सरोकारों में भी बराबरी से भागीदारी निभा रही है।
ठंडे और स्वच्छ पानी की व्यवस्था
गर्मी में सफर के दौरान अक्सर लोगों को पीने के पानी के लिए मशक्कत करनी पड़ती है। ऐसे में पुलिस द्वारा शुरू किए गए प्याऊ घर राहगीरों, मजदूरों और आमजनों के लिए संजीवनी साबित होंगे। इन प्याऊ घरों में ठंडे और स्वच्छ पेयजल की समुचित व्यवस्था की गई है, जिससे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।
जनता ने की पुलिस की सराहना
स्थानीय लोगों ने सूरजपुर पुलिस की इस पहल की जमकर प्रशंसा की है। लोगों का कहना है कि ऐसे कार्यों से पुलिस और जनता के बीच विश्वास और सहयोग की भावना प्रगाढ़ होती है। यह पहल यह दर्शाती है कि ‘पुलिस है, तो राहत है’।