शिक्षकों का विशेष प्रशिक्षण: कक्षा 6वीं की नई पाठ्यपुस्तकों को पढ़ाने की बनी रणनीति
अम्बिकापुर, 25 जुलाई 2025। शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति की शुरुआत करते हुए, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, अंबिकापुर में 21 से 25 जुलाई तक कक्षा 6वीं की नवीन पाठ्यपुस्तकों के अनुकूलन के लिए पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस विशेष पहल में सरगुजा, सूरजपुर और बलरामपुर जिलों के विकासखंड स्त्रोत व्यक्तियों (बीआरजी) ने हिस्सा लिया। प्रत्येक विकासखंड से हिंदी, संस्कृत और सामाजिक विज्ञान विषयों के लिए तीन-तीन शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया, जो अपने क्षेत्रों में अन्य शिक्षकों को मार्गदर्शन देंगे।इससे पहले, 14 से 18 जुलाई तक पहले चरण में अंग्रेजी, गणित और विज्ञान विषयों के लिए बीआरजी प्रशिक्षण सफलतापूर्वक संपन्न हुआ था। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य नई पाठ्यपुस्तकों में शामिल नवीन विचारों, आधुनिक शिक्षण विधियों और रोचक विषयवस्तु को शिक्षकों तक पहुँचाना था, ताकि वे इसे सरल और प्रभावी ढंग से छात्रों तक पहुँचा सकें। बहरहाल यह प्रशिक्षण न केवल शिक्षकों को नई पाठ्यपुस्तकों के लिए तैयार करेगा, बल्कि पूरे क्षेत्र में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। प्रशिक्षित शिक्षक अब अपने-अपने विकासखंडों में अन्य शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे, जिससे छात्रों को आधुनिक और रुचिकर शिक्षा का लाभ मिलेगा।
शिक्षण को बनाया गया रुचिकर: प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों को न केवल विषय आधारित जानकारी दी गई, बल्कि बच्चों के लिए अन्य विषयों को आकर्षक ढंग से पढ़ाने के तौर-तरीके भी सिखाए गए। नई पाठ्यपुस्तकों में शामिल आधुनिक अवधारणाओं और शिक्षण तकनीकों को समझाने पर विशेष जोर रहा, ताकि कक्षा 6वीं के छात्रों का सीखना आसान और मनोरंजक हो।
संयुक्त संचालक का प्रेरक संदेश: प्रशिक्षण के समापन समारोह में संभागीय संयुक्त संचालक (शिक्षा) संजय कुमार गुप्ता ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा, “शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं, बल्कि यह बच्चों के भविष्य को संवारने का माध्यम है। आप सभी से अपेक्षा है कि छात्रहित में अपने कर्तव्यों का पूरी निष्ठा से निर्वहन करें।” इस अवसर पर संस्था के प्राचार्य के.सी. गुप्ता और सभी अकादमिक सदस्यों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।