सूरजपुर जेल में नाबालिगों की तलाश: सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पैनल ने की जांच, एक कैदी की उम्र पर संदेह
सूरजपुर। सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) के निर्देश पर सूरजपुर जिला जेल में नाबालिग कैदियों की पहचान के लिए निरीक्षण किया गया। अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) सूरजपुर की अध्यक्षता वाली टीम ने जेल में बंद सभी कैदियों से मुलाकात की और उनकी उम्र की जांच की। इस दौरान एक कैदी ने अपनी उम्र को लेकर संदेह जताया, जिसके शैक्षणिक दस्तावेजों की जांच कर उम्र सत्यापित की जाएगी। अन्य कैदियों ने अपनी उम्र 18 वर्ष से अधिक बताई।निरीक्षण में एसडीएम शिवानी जायसवाल, जेल अधीक्षक अक्षय तिवारी, सहायक जिला लोक अभियोजन अधिकारी सलदेव सिंह, चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश पैंकरा, जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल, बाल कल्याण समिति सदस्य संजय सोनी, सामाजिक कार्यकर्ता राजेंद्र गुप्ता, विधिक सह परिवीक्षा अधिकारी अमित भारिया और संरक्षण अधिकारी अखिलेश कुमार सिंह शामिल रहे। यह कदम सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश का हिस्सा है, जिसमें गलत उम्र निर्धारण के कारण नाबालिगों के जेल में बंद होने की समस्या को रोकने पर जोर दिया गया है