अधिकारी-कर्मचारियों का हल्ला बोल: डीए,एरियर्स समेत 11 मांगों के लिए हड़ताल, सड़कों पर उमड़ा सैलाब

अधिकारी-कर्मचारियों का हल्ला बोल: डीए,एरियर्स समेत 11 मांगों के लिए हड़ताल, सड़कों पर उमड़ा सैलाब

 'कलम बंद-काम बंद' आंदोलन, फेडरेशन की चेतावनी- मांगें नहीं मानीं तो अनिश्चितकालीन हड़ताल

सूरजपुर । महंगाई भत्ता ,लंबित एरियर्स और 11 सूत्रीय मांगों को लेकर छत्तीसगढ़ अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन ने शुक्रवार को पूरे प्रदेश में हड़ताल कर सरकार को झकझोरा।इसी कड़ी में आज सूरजपुर जिला मुख्यालय में सभी विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों ने 'कलम बंद-काम बंद' आंदोलन में हिस्सा लिया, जिसका जबरदस्त समर्थन मिला। मांगों को बुलंद करने के लिए निकली विशाल रैली में हजारों कर्मचारियों ने "मोदी की गारंटी" पूरा करने की मांग के साथ सड़कों पर हुंकार भरी। फेडरेशन के जिला संयोजक डॉ. आर.एस. सिंह के नेतृत्व में जुटे कर्मचारी-अधिकारी सरकार पर दबाव बनाने को तैयार दिखे।

11 सूत्रीय मांगें: कर्मचारियों की जंग

फेडरेशन ने केंद्र के समान महंगाई भत्ता और राहत लागू करने, 2019 से लंबित DA एरियर्स को जीपीएफ में जमा करने, पिंगुआ कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक कर वेतन विसंगतियां खत्म करने, चार स्तरीय समयमान वेतनमान (8,16,24,32 वर्ष), सहायक शिक्षकों और पशु चिकित्सा अधिकारियों को त्रिस्तरीय वेतनमान, कैशलेस चिकित्सा सुविधा, अनुकंपा नियुक्ति पर 10% सीलिंग हटाने, 300 दिन अर्जित अवकाश नगदीकरण, प्रथम नियुक्ति से सेवा लाभ, पंचायत सचिवों का शासकीयकरण, सेवानिवृत्ति आयु 85 वर्ष और संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण की मांग उठाई है।

करीब 120 संगठनों का साथ, अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी

उक्ताशय पर जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि इस हड़ताल में करीब 120 मान्यता प्राप्त और गैर-मान्यता प्राप्त संगठनों के समर्थन से कर्मचारियों ने सामूहिक अवकाश लेकर जिला स्तर पर धरना-प्रदर्शन किया। फेडरेशन ने साफ चेतावनी दी कि अगर सरकार ने मांगों पर तुरंत फैसला नहीं लिया, तो अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू होगा।