अपहरण कांड में फिरौती मांगने वाला एक और आरोपी सलाखों के पीछे

अपहरण कांड में फिरौती मांगने वाला एक और आरोपी सलाखों के पीछे

बलरामपुर। जिले के बसंतपुर थाना क्षेत्र में हुए सनसनीखेज अपहरण मामले में पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया। उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के बीजपुर निवासी सतीश कुमार गुप्ता को बसंतपुर पुलिस ने धर दबोचा। यह कार्रवाई अपहरण के मुख्य आरोपी पंकज मिश्रा और अन्य के साथ मिलकर फिरौती के लिए विजय लाल मरकाम के अपहरण के मामले में की गई। उक्ताशय पर प्राप्त जानकारी अनुसार बीते 8 अगस्त 2025 को बसंतपुर थाने में बृजेश सिंह ने अपने भाई विजय लाल मरकाम के अपहरण की शिकायत दर्ज की थी। पुलिस ने अपराध क्रमांक 150/2025 के तहत धारा 140(1), 58, 61, 127(7), 3(5) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया। जांच में पता चला कि विजय को 6 अगस्त को राकेश उर्फ बिल्लू यादव ने प्रेमनगर चौक बुलाया, जहां पंकज मिश्रा, सद्दाम अंसारी और विजय गुप्ता ने स्विफ्ट डिजायर कार (UP 64 AK 7444) में उसे अगवा कर बीजपुर ले गए। आरोपियों ने विजय के मोबाइल से उसके भाई बृजेश से 3 लाख रुपये की फिरौती मांगी और धमकी दी कि लकड़ी तस्करी में मुखबिरी का बदला लिया जाएगा। पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर विजय को बीजपुर के एक मोबाइल टावर के पैनल रूम से बरामद किया। विवेचना में सामने आया कि पंकज मिश्रा ने सद्दाम अंसारी, विजय गुप्ता और रोहित चौरसिया के साथ मिलकर अपहरण की साजिश रची थी। रोहित की स्विफ्ट डिजायर कार (UP 64 BB 0342) में विजय को घुमाया गया और फिरौती मांगी गई। पुलिस ने पहले सद्दाम और रोहित को गिरफ्तार कर उनकी कार और मोबाइल जब्त किया। अब फरार सतीश कुमार गुप्ता को बीजपुर से गिरफ्तार कर लिया गया। सतीश ने पूछताछ में अपराध स्वीकार किया और बताया कि वह पंकज और सद्दाम के साथ अपहरण में शामिल था। 31 अगस्त 2025 को सतीश को स्वास्थ्य परीक्षण के बाद न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी जितेंद्र सोनी, प्रधान आरक्षक पंकज पोर्ते, विनोद सागर और आरक्षक ताराचंद सिंह शामिल रहे।