अवैध खनन पर कड़ा प्रहार: 3 टिप्पर, 5 ट्रैक्टर और 1 हाइवा जब्त,कलेक्टर के निर्देश पर संयुक्त टीम की कार्रवाई, अवैध रेत-गिट्टी परिवहन पर लगाम
बलरामपुर, 17 मई 2025। जिले में खनिज के अवैध उत्खनन और परिवहन पर रोक लगाने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। कलेक्टर राजेंद्र कटारा के कड़े निर्देशों के बाद अपर कलेक्टर प्रमोद गुप्ता के मार्गदर्शन में राजपुर अनुविभागीय अधिकारी (एसडीएम) राजीव जेम्स कुजूर, तहसीलदार पूनम रश्मि तिग्गा, नायब तहसीलदार नरेंद्र कंवर और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने अवैध खनन करने वालों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की। इस दौरान सिंगचोरा महानदी और झींगों से अवैध रेत व बघिमा से गिट्टी का परिवहन करते 3 टिप्पर, 5 ट्रैक्टर और 1 हाइवा वाहन को जब्त कर राजपुर थाने में खड़ा कराया गया।
सिंगचोरा महानदी से अवैध रेत का खेल बेनकाब
एसडीएम राजीव जेम्स कुजूर ने बताया कि सिंगचोरा महानदी से अवैध रेत का परिवहन कर रहे 3 टिप्पर वाहनों को गोपालपुर और सिंगचोरा के रास्ते में रोका गया। चालकों से दस्तावेज मांगे गए, लेकिन कोई वैध कागजात प्रस्तुत नहीं किए गए। इसके बाद तीनों टिप्परों को राजपुर थाने ले जाया गया। इसी तरह, सिंगचोरा महानदी और झींगों से 5 ट्रैक्टरों में अवैध रेत का परिवहन पकड़ा गया। इन वाहनों के चालक भी दस्तावेज उपलब्ध नहीं करा सके, जिसके चलते सभी ट्रैक्टरों को जब्त कर थाने में खड़ा किया गया।
हाइवा चालक ने अंधेरे का फायदा उठाकर भागने की कोशिश की
कार्रवाई के दौरान बघिमा से रामानुजगंज की ओर गिट्टी लोड कर जा रहे एक हाइवा वाहन को ग्राम अलखडीहा के पास रोका गया। चालक से दस्तावेज मांगे गए, लेकिन वह कोई कागजात दिखाने में असमर्थ रहा। अंधेरे का फायदा उठाकर चालक वाहन छोड़कर फरार हो गया। हाइवा को भी जब्त कर राजपुर थाने में रखा गया है।
कलेक्टर कार्यालय को भेजा गया जांच प्रतिवेदन
एसडीएम कुजूर ने बताया कि सभी जब्त वाहनों के खिलाफ जांच प्रतिवेदन तैयार कर कलेक्टर कार्यालय और खनिज विभाग को प्रेषित किया गया है। आगे की कार्रवाई खनिज विभाग के नियमों के अनुसार होगी। कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने स्पष्ट किया कि अवैध खनन और परिवहन करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। जिले में खनिज संपदा की लूट को रोकने के लिए ऐसी कार्रवाइयां लगातार जारी रहेंगी।
प्रशासन की सख्ती से खनन माफियाओं में हड़कंप
इस कार्रवाई से अवैध खनन में लिप्त लोगों में हड़कंप मच गया है। प्रशासन की इस सख्ती से जिले में खनिज के अवैध दोहन पर प्रभावी अंकुश लगने की उम्मीद जताई जा रही है। स्थानीय लोगों ने भी प्रशासन के इस कदम की सराहना की है और मांग की है कि ऐसी कार्रवाइयां नियमित रूप से की जाएं ताकि प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण हो सके।