एनएचएम कर्मियों का धरना 20वें दिन भी गरम: स्वास्थ्य मंत्री के बयान पर संघ का जोरदार पलटवार, नाटक से सरकार की खोली पोल

एनएचएम कर्मियों का धरना 20वें दिन भी गरम: स्वास्थ्य मंत्री के बयान पर संघ का जोरदार पलटवार, नाटक से सरकार की खोली पोल

सूरजपुर ।राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के कर्मचारी अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर 20 दिनों से हड़ताल पर डटे हुए हैं। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के बयान का एनएचएम कर्मचारी संघ ने तीखा खंडन किया है। धरना स्थल पर कर्मचारियों ने संविदा प्रथा के खिलाफ नाट्य रूपांतरण कर सरकार के दोहरे रवैये पर जमकर प्रहार किया। कर्मचारियों का कहना है कि नियमित स्टाफ से ज्यादा काम लिया जाता है, लेकिन सैलरी छठवें वेतनमान से भी कम है, इससे परिवार चलाना मुश्किल हो गया है।

हड़ताल का असर: स्वास्थ्य सेवाएं ठप, मरीज भटक रहे 

हड़ताल से गांव से शहर तक स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं। मरीज इलाज के लिए दर-दर भटक रहे हैं। कर्मचारी बोले- तत्काल वेतन पुनरीक्षण और ग्रेड पे लागू हो, वरना आंदोलन और तेज होगा।

आंदोलन को धार: जल सत्याग्रह से विधायक घेराव तक  

आंदोलन को और तेज करने के लिए सोमवार को जल सत्याग्रह और मंगलवार को सत्ताधारी विधायक के घर का घेराव प्लान है। संघ के जिलाध्यक्ष बृज लाल पटेल ने चेतावनी दी- पिछले 20 महीनों में 160 से ज्यादा आवेदन दिए, लेकिन नियमितीकरण, ग्रेड पे और 27% लंबित वेतन वृद्धि की फाइलें जानबूझकर रोकी जा रही हैं। इससे कर्मचारियों में भारी गुस्सा है।

समर्थन की बौछार: आदिवासी संगठन भी कूदा मैदान में 

आदिवासी युवा छात्र संगठन सूरजपुर (छत्तीसगढ़) के जिलाध्यक्ष आनंद सिंह मरकाम ने एनएचएम कर्मचारियों की मांगों का समर्थन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की- इन जायज मांगों को जल्द पूरा करें, वरना आंदोलन और फैलेगा।