फरियादी की संतुष्टि पहली प्राथमिकता: डीआईजी-एसएसपी ने दिए निर्देश, कहा- 'कोई भी शिकायतकर्ता थाने से निराश न लौटे'

सूरजपुर। जिले में पुलिसिंग को अधिक जवाबदेह, पारदर्शी और जनोन्मुखी बनाने कड़ी पहल शुरू हो गई है। डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने सोमवार, 05 मई को जिला पुलिस कार्यालय में आयोजित अपराध समीक्षा बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए कि फरियादी की शिकायत पर तत्काल एक्शन लिया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी व्यक्ति थाने से निराश होकर न लौटे।
बैठक में जिले के सभी राजपत्रित अधिकारी, थाना और चौकी प्रभारी शामिल हुए। डीआईजी ठाकुर ने कहा कि पुलिस की छवि जनहित में मजबूत हो, इसके लिए कार्यवाही पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी होनी चाहिए। राजपत्रित अधिकारियों को अपने-अपने अधीनस्थ थानों की रोज मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए, ताकि अपराध नियंत्रण और पीड़ितों की सहायता में कोई कोताही न हो।उन्होंने लंबित अपराधों, विशेषकर महिलाओं व बच्चों से जुड़े मामलों में त्वरित और विधिसम्मत कार्यवाही के निर्देश दिए। साथ ही मादक पदार्थों के विरुद्ध प्रभावी अभियान चलाने, बरामदगी दर बढ़ाने और सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने पर विशेष ध्यान देने की बात कही। डीआईजी ने पुलिस की क्षेत्रीय मौजूदगी बढ़ाने, जवानों की सुविधाओं का ध्यान रखने और कम्युनिटी पुलिसिंग को प्रभावी बनाने पर भी जोर दिया।सभी थाना प्रभारियों को अपने क्षेत्रों में विजुअल और विजिबल पुलिसिंग करने, स्वयं शाम के समय पेट्रोलिंग में निकलने, गुंडा-निगरानी बदमाशों पर विशेष नजर रखने और होटल, लॉज, ढाबों व व्यापारिक प्रतिष्ठानों की नियमित चेकिंग करने के निर्देश दिए।इस समीक्षा बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो, नगर पुलिस अधीक्षक एस.एस. पैंकरा सहित जिले के सभी डीएसपी, एसडीओपी व थाना-चौकी प्रभारियों की उपस्थिति रही।