भटगांव तहसील में फौती नामांतरण को लेकर विवाद, तहसीलदार ने कहा नियमानुसार हुई है कार्यवाही....
सूरजपुर, 04 जून 2025। अक्सर सुर्खियों में शामिल रहने वाला जिले का राजस्व विभाग एक दफा फिर से सुर्खियों में शामिल हैं,इस दफा जिले के भटगांव तहसील विवादों के घेरे में है। ग्राम चुनगढ़ी के रामशरण पिता रामलाल ने तहसील कार्यालय, पटवारी और अपने ही परिजनों पर पुश्तैनी जमीन हड़पने की संगठित साजिश का गंभीर आरोप लगाया है। रामशरण का दावा है कि उनकी जमीन का फर्जी नामांतरण कर बिना उनकी जानकारी या अनुमति के दूसरों के नाम चढ़ा दिया गया। इस मामले ने राजस्व विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।रामशरण के अनुसार, 1987 की ऋण पुस्तिका में केवल तीन नाम दर्ज थे, लेकिन हाल ही में फर्जी तरीके से अन्य नाम जोड़े गए। पंचनामा में दर्शाए गए हस्ताक्षर भी जाली होने और पंचनामा में जिनका नाम है उनके द्वारा बंटवारे के किसी दस्तावेज पर हस्ताक्षर नहीं करने का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं, शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि नामांतरण प्रक्रिया के लिए अनिवार्य ईश्तहार गांव में कभी चस्पा नहीं किया गया, न ही उस पर कोई तिथि या अधिकारी का नाम अंकित है। रामशरण ने तहसीलदार भटगांव, पटवारी और बाबुओं पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि इस फर्जीवाड़े में मोटा लेन-देन हुआ है।रामशरण ने यह भी आरोप लगाया है कि उनके चाचा के बेटों ने जाली एग्रीमेंट बनाकर जमीन पर कब्जा कर लिया और पिछली फसल भी बिना अनुमति काट ली। इस मामले में उन्होंने 23 मार्च 2025 को थाना भटगांव में लिखित शिकायत दर्ज की थी, लेकिन आज तक कोई जांच नहीं हुई।
तहसीलदार का जवाब: सब कुछ नियमों के अनुसार
वहीं, भटगांव तहसीलदार शिव नारायण राठिया ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि नामांतरण की प्रक्रिया सेटलमेंट के आधार पर नियमानुसार की गई है। शिकायतकर्ता को सुनवाई में पूरा मौका दिया गया था और सभी कदम नियमों के तहत उठाए गए हैं।