महतारी वंदन योजना: वृद्ध महिलाओं के लिए सम्मान और आत्मनिर्भरता का नया सवेरा,श्रीमती सूरज बाई की जिंदगी में आया खुशियों का उजाला
रायपुर, 18 जुलाई 2025। छत्तीसगढ़ की धरती पर सरकार की महतारी वंदन योजना ने वृद्ध और जरूरतमंद महिलाओं के चेहरों पर मुस्कान बिखेर दी है। कोरबा जिले के कटघोरा विकासखंड के ग्राम धनरास की 75 वर्षीय श्रीमती सूरज बाई की कहानी इस योजना की सार्थकता को बयां करती है। कभी छोटी-मोटी जरूरतों के लिए दूसरों के सामने हाथ फैलाने को मजबूर सूरज बाई आज आत्मसम्मान के साथ जी रही हैं, और इसका श्रेय जाता है महतारी वंदन योजना को, जो हर महीने उनके बैंक खाते में 1,000 रुपये की आर्थिक मदद पहुंचा रही है।सूरज बाई की आंखों में चमक और आवाज में आत्मविश्वास साफ झलकता है। वे बताती हैं, "बुढ़ापे में शरीर साथ नहीं देता, काम करना मुश्किल हो गया था। बेटे शहर में हैं, लेकिन रोजमर्रा की जरूरतों के लिए दूसरों पर निर्भरता मुझे सताती थी। अब सरकार की यह राशि मेरे लिए संजीवनी है। दवाइयां, फल-सब्जी, और छोटी-मोटी जरूरतें अब मैं खुद पूरी कर लेती हूं।" उनकी बातों में न केवल आभार है, बल्कि एक नई आजादी का अहसास भी है।
बहरहाल यह कहानी सिर्फ सूरज बाई की नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की उन हजारों वृद्ध महिलाओं की है, जिनके लिए महतारी वंदन योजना किसी वरदान से कम नहीं। इस योजना ने न केवल उनकी आर्थिक तंगी को दूर किया, बल्कि उन्हें समाज में गरिमा के साथ जीने का हौसला भी दिया। सूरज बाई भावुक होकर कहती हैं, "मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने हम जैसे बुजुर्गों को नया जीवन दिया है। यह योजना हमारी जिंदगी का सहारा बनी है।"
महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने इस योजना को समाज के कमजोर वर्ग की महिलाओं के लिए एक सशक्त कदम बताया। उन्होंने कहा, "हमारा लक्ष्य है कि हर जरूरतमंद महिला को आर्थिक संबल मिले, ताकि वे आत्मनिर्भरता और सम्मान के साथ जी सकें। महतारी वंदन योजना ग्रामीण अंचलों तक पहुंचकर यह सपना साकार कर रही है।"
महतारी वंदन योजना सिर्फ आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि उन असंख्य महिलाओं के लिए एक नया विश्वास है, जो उम्र के इस पड़ाव पर भी अपने सपनों को जीना चाहती हैं। यह योजना सूरज बाई जैसे लाखों चेहरों पर मुस्कान और जीवन में उजाला लेकर आई है।