रात के अंधेरे में भटके मूकबधिर बच्चों को पुलिस ने संवेदना के साथ पहुंचाया सुरक्षित आश्रय

रात के अंधेरे में भटके मूकबधिर बच्चों को पुलिस ने संवेदना के साथ पहुंचाया सुरक्षित आश्रय

सूरजपुर । विश्रामपुर पुलिस ने रात्रि गश्त के दौरान मानवीय संवेदना का अनूठा उदाहरण पेश करते हुए दो मूकबधिर छात्रों को न केवल सुरक्षित उनके स्कूल पहुंचाया, बल्कि उनके चेहरों पर फिर से मुस्कान लौटाई। 24-25 अगस्त 2025 की रात करीब 3 बजे, जब सूरजपुर की सड़कें सन्नाटे में डूबी थीं, तब बस स्टैंड पर दो मूकबधिर बालक असामान्य स्थिति में भटकते दिखे। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए लिखित संवाद और पूछताछ के जरिए जाना कि ये बच्चे ज्ञानोदय श्रवण बाधित विशेष विद्यालय के हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करते हैं। सहपाठियों से हुए छोटे-मोटे विवाद के चलते नाराज होकर वे रात में हॉस्टल छोड़कर निकल गए थे।पुलिस ने ममता भरे लहजे में बच्चों को समझाया, उनका डर दूर किया और उन्हें सुरक्षित स्कूल ले जाकर स्टाफ गंगा और चांदनी को सौंपा। इस नेक कार्य ने न केवल बच्चों को सुरक्षित आश्रय दिया, बल्कि उनके मन में विश्वास भी जगाया। वहीं दूसरी तरफ डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर आईपीएस प्रशांत कुमार ठाकुर ने जवानों की इस संवेदनशीलता की प्रशंसा करते हुए कहा, हमारी पुलिस ने सजगता और मानवता से एक संभावित अनहोनी को टाला। इन बच्चों को सुरक्षित उनके स्कूल पहुंचाकर हमने न सिर्फ कर्तव्य निभाया, बल्कि एक मानवीय जिम्मेदारी भी पूरी की।