सूरजपुर के दो शिक्षकों का गौरव: गोपाल सिंह और योगेश साहू को राज्यपाल पुरस्कार 2025-26 के लिए चयन

सूरजपुर के दो शिक्षकों का गौरव: गोपाल सिंह और योगेश साहू को राज्यपाल पुरस्कार 2025-26 के लिए चयन
सूरजपुर के दो शिक्षकों का गौरव: गोपाल सिंह और योगेश साहू को राज्यपाल पुरस्कार 2025-26 के लिए चयन

सूरजपुर। शिक्षा और समाजसेवा में उत्कृष्ट योगदान के लिए रामानुजनगर विकासखंड के दो शिक्षकों ने गौरव हासिल किया है। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, रामानुजनगर के व्याख्याता गोपाल सिंह और शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला, पतरापाली के शिक्षक योगेश कुमार साहू को वर्ष 2025-26 के प्रतिष्ठित राज्यपाल शिक्षक सम्मान पुरस्कार के लिए चुना गया है। यह सम्मान उन्हें आगामी शिक्षक दिवस (5 सितंबर 2026) को रायपुर के राजभवन में आयोजित गरिमामयी समारोह में प्रदान किया जाएगा।

नवाचार और समाजसेवा में योगेश साहू की मिसाल 

योगेश साहू ने शिक्षा में नवाचार के साथ समाजसेवा में अनुकरणीय योगदान दिया है। स्वयं के खर्चे से स्मार्ट टीवी, आईडी कार्ड कॉन्सेप्ट, मेहंदी लगाओ-अक्षर बताओ, पहाड़ा डांस, प्रिंट रिच वातावरण, उछल-कूद वाली पढ़ाई जैसी अनूठी पहलों के साथ उन्होंने शिक्षा को रोचक बनाया। कबाड़ से जुगाड़, पढ़ाई तुहर दुआर, पुस्तकोपहार, मेरी माटी मेरा देश, आयुष्मान कार्ड, हमर तिरंगा, पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता अभियान, मतदाता जागरूकता, रक्तदान और नशामुक्ति जैसे अभियानों में उनकी सक्रियता ने समाज को नई दिशा दी। आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को कॉपी, पेन, बैग और टाई-बेल्ट देकर उन्होंने मानवीय संवेदना का परिचय दिया। श्री साहू को इससे पहले 2021 में मुख्यमंत्री अलंकरण, रक्तदान, स्वच्छता, निर्वाचन कार्य और छत्तीसगढ़ ओलंपिक में सम्मान मिल चुका है।

गोपाल सिंह: विज्ञान और शिक्षा के प्रेरक

गोपाल सिंह ने विज्ञान और गणित के क्षेत्र में विद्यार्थियों को राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर सम्मान दिलवाया। उनके मार्गदर्शन में चार बार राष्ट्रीय स्तर पर छह और छह बार राज्य स्तर पर 15 विद्यार्थियों ने उपलब्धियां हासिल कीं। इंस्पायर अवार्ड, बाल विज्ञान कांग्रेस, विज्ञान मॉडल निर्माण, डिजिटल क्लासरूम और प्रायोगिक शिक्षण के जरिए उन्होंने शिक्षा को जीवंत बनाया। हर घर तिरंगा, वीर गाथा 2.0, स्वच्छता अभियान और योग कक्षाओं में भी उनका योगदान उल्लेखनीय रहा। उन्हें संभाग स्तर पर शिक्षा श्री और जिला स्तर पर स्वतंत्रता व गणतंत्र दिवस पर सम्मानित किया जा चुका है।

क्षेत्र में खुशी की लहर 

विद्यालय परिवार, ग्रामीण समुदाय और शिक्षक समुदाय में इस उपलब्धि से उत्साह है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और अभिभावकों ने दोनों शिक्षकों को बधाई देते हुए इसे सूरजपुर के लिए गर्व का क्षण बताया।