120 गुमशुदा मोबाइलों की घर वापसी: सूरजपुर पुलिस की मुहिम लाई रंग, 30 लाख के फोन मालिकों को सौंपे
साइबर क्राइम से बचाव के लिए पुलिस ने दी सलाह, मोबाइल खोज अभियान रहेगा जारी
सूरजपुर, 18 जुलाई 2025। सूरजपुर पुलिस ने एक बार फिर अपनी कर्तव्यनिष्ठा और सक्रियता का परिचय देते हुए 120 गुमशुदा मोबाइल फोन बरामद कर उनके मालिकों को लौटाए। इन मोबाइलों की अनुमानित कीमत 30 से 35 लाख रुपये है। शुक्रवार को डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने एक विशेष कार्यक्रम में इन मोबाइलों को उनके असली मालिकों को सौंपा। खोए हुए फोन वापस पाकर मालिकों के चेहरों पर खुशी की लहर दौड़ गई। कई लोगों ने बताया कि उनके फोन महीनों, यहां तक कि वर्षों पहले गुम हो गए थे, और अब उन्हें वापस पाकर उनकी खुशी का ठिकाना नहीं है। कुलमिलाकर सूरजपुर पुलिस का यह अभियान न केवल तकनीकी दक्षता का प्रतीक है, बल्कि जनसेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
विशेष अभियान से मिली सफलता
सूरजपुर पुलिस ने गुम मोबाइलों को खोजने के लिए विशेष अभियान चलाया था, जिसके तहत साइबर सेल और थाना-चौकी स्तर की टीमों ने मिलकर मोबाइल सर्विलांस तकनीक का उपयोग किया। डीआईजी व एसएसपी श्री प्रशांत कुमार ठाकुर के निर्देशन में साइबर सेल प्रभारी राकेश यादव और उनकी टीम ने गुम मोबाइलों से संबंधित आवेदनों का त्वरित निराकरण किया। इस अभियान में एसडीओपी सूरजपुर अभिषेक पैंकरा और अन्य पुलिस कर्मियों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इससे पहले भी सूरजपुर पुलिस 429 मोबाइल फोन बरामद कर उनके मालिकों को लौटा चुकी है, जो इस अभियान की सफलता को दर्शाता है।
मोबाइल खोज अभियान रहेगा जारी
डीआईजी व एसएसपी श्री ठाकुर ने बताया कि गुम मोबाइलों की खोज का यह अभियान निरंतर जारी रहेगा। उन्होंने कहा, “मोबाइल फोन आज हर व्यक्ति की जरूरत बन चुका है। इसे वापस पाकर नागरिकों के चेहरों पर संतोष और खुशी देखने को मिली। हमारा प्रयास है कि हर गुमशुदा मोबाइल अपने मालिक तक पहुंचे।” उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे अपने मोबाइल की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहें और गुम होने पर तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराएं।
साइबर अपराध से बचाव के लिए जागरूकता
मोबाइल वापसी के दौरान डीआईजी व एसएसपी ने लोगों को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक किया। उन्होंने बताया कि गुम मोबाइल अगर गलत हाथों में पड़ जाए, तो निजी जानकारी लीक होने का खतरा रहता है। बैंक खातों, सोशल मीडिया, ईमेल, फोटो, वीडियो और अन्य संवेदनशील जानकारी का दुरुपयोग हो सकता है। उन्होंने सुझाव दिया कि मोबाइल खोने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें और अनजान लिंक, कॉल या मैसेज से सावधान रहें। साथ ही, मोबाइल में मजबूत पासवर्ड और लॉक का उपयोग करने की सलाह दी।
नागरिकों में उत्साह, पुलिस की सराहना
मोबाइल वापस पाने वाले नागरिकों ने सूरजपुर पुलिस की इस पहल की जमकर सराहना की। एक नागरिक ने कहा, “मैंने सोचा भी नहीं था कि मेरा फोन इतने समय बाद वापस मिलेगा। पुलिस का यह प्रयास काबिल-ए-तारीफ है।” सूरजपुर पुलिस की इस मुहिम ने न केवल लोगों का भरोसा जीता है, बल्कि साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।