आरएसएस का भव्य पथ संचलन: विश्रामपुर-लटोरी में 400 से ज्यादा स्वयंसेवकों की दमदार परेड, संघ की शताब्दी यात्रा पर जोरदार उद्बोधन
सूरजपुर । जिले के विश्रामपुर और लटोरी उपखंडों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का पथ संचलन जोर-शोर से संपन्न हुआ। सड़कों पर अनुशासित परेड और उत्साही स्वयंसेवकों की मौजूदगी ने पूरे इलाके में राष्ट्रभक्ति का माहौल पैदा कर दिया। दोनों जगहों पर कुल 400 से अधिक स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया, जबकि प्रमुख वक्ताओं ने संघ की 100 साल की ऐतिहासिक यात्रा और 'पंच परिवर्तन' पर प्रकाश डाला। वहीं दूसरी तरफ यह आयोजन संघ की एकता और राष्ट्र निर्माण के संकल्प को दर्शाता है, जो स्थानीय लोगों में नई ऊर्जा भर रहा है।
विश्रामपुर में अनुशासन की मिसाल: 200 स्वयंसेवकों की परेड
चोपड़ा मिनी स्टेडियम से शुरू हुई यह परेड मार्केट, अंबेडकर चौक और बस स्टैंड होते हुए शनि मंदिर पर जाकर संपन्न हुई। इस दौरान बौद्धिक सह प्रांत प्रचारक नामदेव ने स्वयंसेवकों को संबोधित किया। उन्होंने राष्ट्र सेवा और अनुशासन पर जोर देते हुए बौद्धिक सत्र आयोजित किया। कार्यक्रम में 200 स्वयंसेवकों के अलावा शहर के गणमान्य नागरिक भी बड़ी संख्या में शामिल हुए, जिससे आयोजन की भव्यता और बढ़ गई।
लटोरी में मातृशक्तियों का जोरदार स्वागत: फूलों की वर्षा से गूंजा इलाका
दूसरी ओर, लटोरी में दशहरा मैदान से निकली परेड बस स्टैंड, कल्याणपुर रोड और हायर सेकेंडरी स्कूल होते हुए वापस दशहरा मैदान पर लौटी। यहां करीब 205 स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया। जगह-जगह महिलाओं (मातृशक्तियों) ने फूलों की वर्षा कर परेड का स्वागत किया, जो राष्ट्रभक्ति के जज्बे को दोगुना कर गया। मुख्य वक्ता छत्तीसगढ़ प्रांत के मुख्य मार्ग एवं छात्रावास प्रमुख गौरागो सिंह ने उद्बोधन में संघ की शताब्दी यात्रा का विस्तार से जिक्र किया। उन्होंने 'पंच परिवर्तन' के सिद्धांतों पर रोशनी डालते हुए स्वयंसेवकों को समाज परिवर्तन के लिए प्रेरित किया।