एनएचएम कर्मचारियों का गुस्सा फूटा: 11वें दिन मुंडन, कल 'मोदी की गारंटी खोज' रैली
10 सूत्रीय मांगों के लिए हड़ताल उग्र, अस्पतालों में ताले, मरीज भटक रहे
सूरजपुर, 28 अगस्त 2025। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) कर्मचारियों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा। 10 सूत्रीय मांगों को लेकर 11वें दिन धरनास्थल पर मुंडन कर सरकार को कड़ा संदेश दिया। शुक्रवार, 29 अगस्त को 'मोदी की गारंटी खोज' रैली के साथ आंदोलन और तेज होगा। वहीं दूसरी तरफ वर्षों से अस्पतालों में सेवाएँ दे रहे कर्मचारियों की हालत देख जनता में सहानुभूति की लहर है। लोग सरकार से मांगों को तुरंत पूरा करने की माँग कर रहे हैं। संघ ने साफ कहा, "जब तक 10 सूत्रीय मांगों पर लिखित आदेश नहीं, हड़ताल अनवरत जारी रहेगा।
"खोखली गारंटी, झूठा प्रचार"
कर्मचारियों का आरोप है कि सरकार 10 में से 5 मांगें पूरी होने का दावा कर रही है, लेकिन एक भी लिखित आदेश जारी नहीं हुआ। स्वास्थ्य मंत्री पर अधिकारियों द्वारा गुमराह करने का सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कर्मचारियों ने इसे "धोखे की साजिश" करार दिया। एनएचएम कर्मचारी संघ ने आंदोलन को रायपुर तक ले जाने और उग्र प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
अस्पताल ठप, मरीजों का हाल बेहाल
हड़ताल से शासकीय अस्पतालों में ताले लटक गए। वनांचल से शहरी इलाकों तक मरीज इलाज को तरस रहे हैं। भीड़ बढ़ने से अस्पतालों में अराजकता का माहौल है। जीवन दीप समिति के कर्मचारियों पर बिना प्रशिक्षण ड्यूटी का दबाव बनाया जा रहा है। कई अस्पतालों में मरीजों से खेद जताते सूचना बोर्ड लगे हैं।
"20 माह, 150 आवेदन, फिर भी सन्नाटा"
कर्मचारियों ने नियमितीकरण, ग्रेड पे और 27% लंबित वेतन वृद्धि की फाइलें रोके जाने का गंभीर आरोप लगाया। 20 माह में 150 से अधिक निवेदन देने के बावजूद सरकार की चुप्पी से आक्रोश भड़क गया। संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमित कुमार मिरी और प्रवक्ता पूरन दास ने हुंकार भरी, "सरकार का अड़ियल रवैया छोड़ें, संवाद करें, वरना आंदोलन रुकेगा नहीं!"