कोयला खदान में ट्रक चालक की फांसी से हड़कंप, वजह अबतक रहस्य

कोयला खदान में ट्रक चालक की फांसी से हड़कंप, वजह अबतक रहस्य

सूरजपुर। आमगांव कोयला खदान परिसर में 37 वर्षीय ट्रक चालक मनोज जाट ने ट्रक में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई। जांजगीर-चांपा निवासी मनोज पिछले 12 दिनों से खदान के बाहर कोयला लोडिंग की प्रतीक्षा में था, लेकिन कथित तौर पर एसईसीएल कर्मचारियों द्वारा रिश्वत न देने के कारण उसका ट्रक खड़ा रखा गया। हताश मनोज ने शनिवार रात ट्रक में फंदा लगाकर जान दे दी। रविवार सुबह उसका शव देखकर खदान परिसर में हड़कंप मच गया। वहीं दूसरी तरफ संभागीय ट्रक मालिक संघ के अध्यक्ष रविंद्र तिवारी ने बताया कि मनोज ने एसईसीएल कर्मचारियों से वाहन किश्त टूटने की गुहार लगाई थी, लेकिन उसकी बात अनसुनी कर दी गई। शनिवार को ट्रक को खदान के भीतर लिया गया, लेकिन तौल के बाद कोयला लोडिंग के बजाय किनारे खड़ा कर दिया गया। इससे मनोज गहरे अवसाद में चला गया। तिवारी ने आरोप लगाया कि खदानों में लोडिंग के लिए 1500-2000 रुपये की अवैध वसूली आम है, जिससे ईमानदार चालक प्रताड़ित होते हैं। 

ट्रक चालकों में आक्रोश, जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग

इस घटना को प्रदेश का पहला मामला बताया जा रहा है, जहां किसी चालक ने वाहन में फांसी लगाई। ट्रक चालकों में भारी रोष है। तिवारी ने सूरजपुर एसएसपी और सरगुजा रेंज के आईजी से चर्चा कर जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। खदान प्रबंधन से संपर्क न हो पाने के कारण उनका पक्ष नहीं मिल सका।  

काली कमाई का दबाव बन रहा जानलेवा'

ट्रक मालिक संघ का कहना है कि संभाग की सभी कोयला खदानों में रिश्वतखोरी का खेल चल रहा है। जो चालक पैसे नहीं देता, उसका ट्रक खड़ा रहता है। मनोज जैसे चालकों की मजबूरी का फायदा उठाया जाता है, जो अंततः उन्हें आत्मघाती कदम उठाने को मजबूर करता है।