ग्रामीण बच्चों के लिए शिक्षा की नई किरण: बाँसपारा स्कूल में दो शिक्षकों की नियुक्ति से बदलेगी तस्वीर
युक्तियुक्तकरण नीति से संवरी शिक्षा व्यवस्था, सरपंच ने जताया सरकार का आभार
अम्बिकापुर, 13 अक्टूबर 2025: ग्रामीण बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए राज्य सरकार की युक्तियुक्तकरण नीति अब गांवों में बदलाव की नई कहानी लिख रही है। लुण्ड्रा विकासखंड के संकुल उदारी अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला बाँसपारा, जो पहले एकल शिक्षकीय स्कूल था, अब दो शिक्षकों की नियुक्ति के साथ नई ऊर्जा से संचालित हो रहा है। इस कदम से न केवल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि बच्चों का भविष्य भी संवरेगा।पहले इस स्कूल में केवल प्रधान पाठक श्री शिवलाल पैकरा 33 बच्चों की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। दिव्यांग होने के बावजूद उनकी निष्ठा ने स्कूल को जीवंत रखा। अब सरकार की पहल पर शिक्षिका सुश्री संगीता तिर्की की नियुक्ति हुई है, जिससे विद्यालय में पढ़ाई को नया बल मिला है। सुश्री तिर्की ने बताया, “अम्बिकापुर से लुण्ड्रा की दूरी चुनौतीपूर्ण है, लेकिन बच्चों को बेहतर शिक्षा देना हमारा कर्तव्य है। यहाँ बच्चों की उपस्थिति बढ़ी है और वे उत्साह से पढ़ रहे हैं।”उदारी ग्राम पंचायत की सरपंच श्रीमती सीमा पैकरा ने कहा, “पहले एकल शिक्षक के कारण पढ़ाई प्रभावित होती थी। अब दो शिक्षकों की नियुक्ति से बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलेगी और अभिभावकों का विश्वास बढ़ेगा। हम मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और शिक्षा विभाग के आभारी हैं।”विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि युक्तियुक्तकरण नीति से बाँसपारा सहित पूरे क्षेत्र के स्कूलों में शिक्षा का स्तर ऊंचा उठ रहा है। यह पहल ग्रामीण शिक्षा को सशक्त बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।