ट्रेलर चोरी की सनसनीखेज साजिश का भंडाफोड़, 35 लाख का वाहन बरामद, शातिर अपराधी पुलिस की गिरफ्त में

ट्रेलर चोरी की सनसनीखेज साजिश का भंडाफोड़, 35 लाख का वाहन बरामद, शातिर अपराधी पुलिस की गिरफ्त में

अम्बिकापुर। सरगुजा पुलिस ने ट्रेलर चोरी के मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए एक शातिर अपराधी को धर दबोचा। आरोपी के कब्जे से लगभग 35 लाख रुपये कीमत का चोरी गया ट्रेलर वाहन बरामद किया गया। यह कार्रवाई मणीपुर थाना पुलिस और लखनपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने अंजाम दी। आरोपी विपिन सिंह, जो पहले भी चोरी के मामले में जेल जा चुका है, ने इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया था। उक्ताशय पर मिली जानकारी अनुसार प्रार्थी संतोष राठौर, जो रायपुर के आदित्य टेलर सर्विस ट्रांसपोर्ट में ड्राइवर हैं, ने बताया कि 17 अक्टूबर 2025 को वे अपने ट्रेलर (CG/04/PA/9848) में थ्रेशर लोड कर रायपुर से अंबिकापुर आए थे। 18 अक्टूबर को नमनाकला में थ्रेशर अनलोड करने के बाद वे वापस रायपुर लौट रहे थे। साडबार बैरियर के पास एक अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें हाथ देकर रोका और ड्राइवरी का काम करने की बात कहकर ट्रेलर में सवारी मांगी। प्रार्थी ने उसे गाड़ी में बिठा लिया। जोगाबांध के पास सुबह 10:30 बजे प्रार्थी यूरिया-पानी खरीदने दुकान पर रुके और चाबी गाड़ी में ही छोड़ दी। तभी मौका पाकर अज्ञात व्यक्ति ट्रेलर लेकर भागने लगा। संतोष ने अपने साथी सीताराम राठौर की मदद से पीछा किया। लखनपुर बस्ती के पास आरोपी ने ट्रेलर को ग्रामीण रोड पर मोड़ने की कोशिश की, लेकिन असफल रहा और गाड़ी छोड़कर भागने लगा। संतोष और सीताराम ने उसे दौड़ाकर पकड़ लिया। इस दौरान लखनपुर पुलिस की पेट्रोलिंग टीम मौके पर पहुंची और आरोपी को हिरासत में लिया। मणीपुर थाना में प्रार्थी की शिकायत पर अपराध क्रमांक 286/25, धारा 303(2) बी.एन.एस. के तहत मामला दर्ज किया गया। पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम विपिन सिंह (22 वर्ष, ललाती, थाना उदयपुर) बताया और जुर्म कबूल किया। पुलिस ने चोरी गया ट्रेलर बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उसे न्यायालय में पेश किया गया है। पुलिस के अनुसार, विपिन सिंह पहले भी चोरी के एक मामले में चालान हो चुका है और आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहा है। सरगुजा पुलिस की यह कार्रवाई क्षेत्र में अपराधियों के खिलाफ सख्त रुख को दर्शाती है। इस कार्रवाई में मणीपुर थाना प्रभारी निरीक्षक अश्वनी सिंह, लखनपुर थाना से उपनिरीक्षक कृष्णा यादव, प्रधान आरक्षक विजय रवि, आरक्षक सत्येंद्र दुबे, उमाशंकर साहू, अनिल सिंह, पवन यादव और सैनिक दिनेश यादव ने अहम भूमिका निभाई।