दृष्टिबाधित दंपती ने बदली किस्मत: पीएम मोदी ने सम्मानित किया बलरामपुर के कृष्णा पहाड़ी कोरवा, जनमन योजना से मिला अपना घर

दृष्टिबाधित दंपती ने बदली किस्मत: पीएम मोदी ने सम्मानित किया बलरामपुर के कृष्णा पहाड़ी कोरवा, जनमन योजना से मिला अपना घर

''आंखें नहीं, पर सपने हैं…'' – संघर्ष से सफलता तक की प्रेरक गाथा, छत्तीसगढ़ रजत जयंती समारोह में गूंजा बलरामपुर का नाम

बलरामपुर।छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के 25वीं वर्षगांठ समारोह में शनिवार को राजधानी रायपुर के मंच पर भावुक कर देने वाला दृश्य देखने को मिला। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के ग्राम गोविंदपुर (सरगढ़ी) के विशेष पिछड़ी जनजाति के श्री कृष्णा पहाड़ी कोरवा को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने विशेष सम्मान से नवाजा। तालियों की गड़गड़ाहट के बीच दृष्टिबाधित कृष्णा का सम्मान पूरे सभागार में गर्व की अनुभूति लेकर आया।कृष्णा और उनकी पत्नी दोनों दृष्टिबाधित हैं। सीमित संसाधन, कठिन परिस्थितियाँ और जीवन की चुनौतियाँ—सबके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी। वर्ष 2023-24 में प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत उन्हें पक्का मकान स्वीकृत हुआ। दृढ़ इच्छाशक्ति और परिश्रम से उन्होंने वह घर स्वयं बनवाया।आज वे अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ सुरक्षित, सम्मानजनक जीवन जी रहे हैं। सम्मान प्राप्त कर मंच से उतरते हुए कृष्णा ने भावुक होते हुए कहा—

"हम दोनों की आंखें नहीं हैं, पर सपने हैं। जनमन योजना ने उन सपनों को घर का आकार दिया। अब हमारे बच्चों के सिर पर छत है, आत्मविश्वास लौट आया है। प्रधानमंत्री जी से सम्मान पाना जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है।"

कुलमिलाकर कृष्णा की यह सफलता साबित करती है कि जब सरकारी योजनाएं ईमानदारी से पात्र लोगों तक पहुँचती हैं, तो वे जिंदगी बदल देती हैं।प्रधानमंत्री जनमन योजना ने न केवल एक परिवार को आशियाना दिया, बल्कि संघर्ष और उम्मीद की मिसाल भी गढ़ी है।