नवरात्रि में गरबा की मर्यादा पर विवाद: अम्बिकापुर में एल्विश यादव का कार्यक्रम रद्द, हिंदू संगठनों का विरोध चरम पर
अम्बिकापुर (ब्रेकिंग)। नवरात्रि के पावन अवसर पर शहर में गरबा और डांडिया की धूम के बीच बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। हिंदू संगठनों ने अतिथि कलाकार के रूप में बुलाए गए एल्विश यादव और अंजलि अरोड़ा का पुरजोर विरोध किया, जिसके चलते पर्पल ऑर्किड होटल में होने वाला कार्यक्रम रद्द कर दिया गया। संगठनों ने पोस्टर फाड़कर जला दिए और साफ कहा कि ऐसे 'अश्लील' कलाकार भक्ति कार्यक्रमों की मर्यादा भंग करते हैं। वहीं, आयोजकों ने सफाई देते हुए कहा कि कलाकारों को पेमेंट हो चुका है, रद्द करने से बड़ा नुकसान होगा। वहीं अपुष्ट सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार GST चोरी के आरोप में कई आयोजकों को नोटिस थमा दिए हैं। आपकों बताते चलें कि शहर में नवरात्रि की रौनक गरबा-डांडिया आयोजनों से चरम पर है, इसी बीच हिंदू संगठनों ने इन कार्यक्रमों में बुलाए जा रहे सेलिब्रिटी कलाकारों के खिलाफ मुखर होकर विरोध शुरू कर दिया । संगठनों का आरोप है कि एल्विश यादव और अंजलि अरोड़ा जैसे कलाकारों की मौजूदगी से गरबा की पवित्रता प्रभावित होती है। विरोध इतना तीव्र हुआ कि पोस्टर फाड़कर आग के हवाले कर दिए गए। संगठन के पदाधिकारियों ने कहा, "भक्ति के कार्यक्रमों में ऐसे कलाकारों को क्यों बुलाया जाता है..? यह हमारी संस्कृति पर हमला है।"
वहीं, आयोजकों ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए बताया कि कलाकारों को पहले ही भुगतान कर दिया गया है। वहीं दूसरी एक आयोजक ने कहा कि कार्यक्रम रद्द होने से लाखों का नुकसान होगा। हमने सबकुछ नियमों के मुताबिक किया है।" लेकिन विवाद यहीं नहीं थमा। वहीं दूसरी तरफ आयोजकों पर GST चोरी के आरोप लगाते हुए नोटिस जारी किए हैं। सूत्रों के मुताबिक, टिकट बिक्री और स्पॉन्सरशिप में अनियमितताएं पाई गई हैं, जिससे जांच का दायरा बढ़ सकता है। बहरहाल ताजा घटनाक्रम में पर्पल ऑर्किड होटल का कार्यक्रम सबसे ज्यादा सुर्खियों में रहा। आज एल्विश यादव की उपस्थिति में गरबा-डांडिया का भव्य आयोजन होना था, लेकिन हिंदू संगठनों के लगातार विरोध प्रदर्शन ने मैनेजमेंट को झुकने पर मजबूर कर दिया। जैसे ही एल्विश होटल पहुंचे, संगठन के कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी की और विरोध जताया। नतीजा- एल्विश को वापस लौटना पड़ा और कार्यक्रम रद्द घोषित कर दिया गया। संगठनों का कहना है, "ऐसे कलाकार गरबा की गरिमा को ठेस पहुंचाते हैं। हमारी संस्कृति की रक्षा के लिए यह जरूरी था।"
नोट -समाचार प्रारंभिक रूप से सामने आई जानकारी अनुसार प्रसारित किया गया है,