पंडित रविशंकर त्रिपाठी महाविद्यालय में प्राचार्य नियुक्ति पर हंगामा बरकरार: तीसरे दिन भी छात्रों का धरना जारी, चक्का जाम की चेतावनी
सूरजपुर/भैयाथान 29 जुलाई 2025 । पंडित रविशंकर त्रिपाठी महाविद्यालय, भैयाथान में प्राचार्य की नियुक्ति को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। नए प्राचार्य सीबी मिश्रा की नियुक्ति के विरोध में छात्रों का आंदोलन तीसरे दिन भी जारी है। छात्रों ने महाविद्यालय परिसर में धरना देकर अपनी मांगों को बुलंद किया है, जिसमें पूर्व प्राचार्य रंजीत कुमार सातपुते को यथावत रखने या किसी अन्य सक्षम प्राचार्य की नियुक्ति की मांग शामिल है। आक्रोशित छात्रों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे चक्का जाम जैसे उग्र कदम उठाने को मजबूर होंगे। बहरहाल अब सबकी नजरें जिला प्रशासन और उच्च शिक्षा विभाग पर टिकी हैं कि वे इस मामले में क्या कदम उठाते हैं। छात्रों ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, उनका आंदोलन जारी रहेगा। इस बीच, महाविद्यालय का शैक्षणिक माहौल प्रभावित होने की आशंका बढ़ रही है। प्रशासन के लिए यह जरूरी है कि वह जल्द से जल्द इस विवाद का समाधान निकाले, ताकि छात्रों का भविष्य और महाविद्यालय की प्रतिष्ठा सुरक्षित रहे।
छात्रों का गुस्सा: सीबी मिश्रा के पुराने कार्यकाल पर सवाल
छात्रों का आरोप है कि सीबी मिश्रा के पूर्व कार्यकाल (तीन वर्ष पहले) में महाविद्यालय का शैक्षणिक स्तर बुरी तरह प्रभावित हुआ था। उस दौरान 71 में से 70 छात्र परीक्षा में असफल रहे थे, जिससे महाविद्यालय की साख को गहरा धक्का लगा। स्थानीय लोगों का भी कहना है कि इस नाकामी ने न केवल छात्रों के भविष्य को प्रभावित किया, बल्कि क्षेत्र में महाविद्यालय की प्रतिष्ठा को भी ठेस पहुंचाई। छात्रों का तर्क है कि रंजीत कुमार सातपुते के कार्यकाल में शैक्षणिक माहौल में सुधार हुआ, और उनकी जगह दोबारा सीबी मिश्रा की नियुक्ति से महाविद्यालय का स्तर फिर से गिर सकता है।
शिक्षा और गरिमा बचाने की लड़ाई
धरने पर बैठे छात्रों ने इसे अपने शैक्षणिक भविष्य और महाविद्यालय की गरिमा को बचाने की लड़ाई करार दिया है। एक छात्र नेता ने कहा, हम किसी भी कीमत पर सीबी मिश्रा को प्राचार्य के रूप में स्वीकार नहीं करेंगे। हमारा आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होतीं। छात्रों ने साफ किया कि वे सातपुते के अलावा किसी अन्य सक्षम प्राचार्य की नियुक्ति पर भी सहमत हैं, बशर्ते वह महाविद्यालय के हित में हो।
सांसद प्रतिनिधि को सौंपा ज्ञापन
छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर सांसद प्रतिनिधि अमन प्रताप सिंह को ज्ञापन सौंपा। अमन सिंह ने आश्वासन दिया कि वे सांसद से इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे और छात्रों के हित में समाधान निकालने का प्रयास करेंगे। दूसरी ओर, सहायक संचालक उच्च शिक्षा विभाग गोवर्धन यदु ने कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी मीडिया के माध्यम से मिली है और कोई औपचारिक शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रॉपर चैनल से शिकायत मिलने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन के लिए चुनौती, क्षेत्र में बढ़ता तनाव
यह आंदोलन न केवल महाविद्यालय प्रशासन, बल्कि उच्च शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन के लिए भी एक बड़ी चुनौती बन गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पंडित रविशंकर त्रिपाठी महाविद्यालय क्षेत्र का एक प्रतिष्ठित संस्थान है, और प्राचार्य की नियुक्ति से जुड़ा यह विवाद इसकी साख को और नुकसान पहुंचा सकता है। छात्रों के उग्र तेवर और चक्का जाम की चेतावनी ने प्रशासन पर दबाव बढ़ा दिया है।