मोदी की गारंटी खोजने सड़कों पर एनएचएम कर्मचारी:पीपीई किट पहन मांगी भीख, अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी
सूरजपुर, 29 अगस्त 2025। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारियों का आंदोलन तेज हो गया है।नियमितीकरण, ग्रेड पे और 10 सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले 20 साल से शोषण का दंश झेल रहे एनएचएम कर्मचारियों ने अनोखे अंदाज में विरोध जताया। सूरजपुर में "मोदी की गारंटी खोज अभियान" के तहत रैली निकाली गई और पीपीई किट पहनकर कर्मचारियों ने सड़कों पर भीख मांगकर सरकार के खिलाफ रोष जताया। रैली को जनता का भी भरपूर समर्थन मिला। एनएचएम कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष बृजलाल पटेल और प्रवक्ता तोपान सिंह दायमा ने बताया कि 20 महीनों में 160 से अधिक बार ज्ञापन, आवेदन और निवेदन देने के बावजूद उनकी मांगों को अनसुना किया जा रहा है। उन्होंने कहा, "हम अल्प वेतन में सेवा देने को मजबूर हैं। स्वास्थ्य मंत्री के भ्रामक बयानों से कर्मचारी आहत हैं। हमारी मांग है कि सरकार जल्द नियमितीकरण की घोषणा करे।"
भीख मांगकर अनोखा विरोध
एनएचएम कर्मचारियों ने भीख मांगकर एकत्र राशि को मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करने की बात कही, ताकि पूर्व में घोषित 27% वेतन वृद्धि का भुगतान हो सके। उन्होंने सरकार से लिखित आदेश की मांग की और कहा, "हमें आश्वासन नहीं, आदेश चाहिए।" कर्मचारी संघ ने चेतावनी दी कि सरकार के अड़ियल रवैये के कारण वे हड़ताल को और तेज करेंगे।
27% वेतन वृद्धि का इंतजार:
कर्मचारियों ने बताया कि 19 जुलाई 2023 को विधानसभा में तत्कालीन मुख्यमंत्री ने 54 विभागों के 37,000 संविदा कर्मचारियों के लिए 27% वेतन वृद्धि की घोषणा की थी, जिसका लाभ अन्य विभागों को मिला, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के 16,000 एनएचएम कर्मचारियों को इससे वंचित रखा गया। कर्मचारियों का कहना है कि सरकार द्वारा 2019-2022 के बीच 22% वेतन वृद्धि का दावा भ्रामक है, क्योंकि 5% वृद्धि केंद्र सरकार की वार्षिक मूल्यांकन वृद्धि है, न कि राज्य सरकार की देन।
मांगों पर तत्काल कार्रवाई की अपील
एनएचएम कर्मचारी संघ ने सरकार से संवाद स्थापित करने और उनकी मांगों पर त्वरित निर्णय लेने की अपील की है। 18 अगस्त से शुरू हुआ अनिश्चितकालीन आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक मांगें पूरी नहीं होतीं।