मोहरसोप में जंगली हाथी का तांडव, किसानों की फसल बर्बाद, ग्रामीणों में दहशत
सूरजपुर/ओड़गी। जिले के दूरस्थ क्षेत्रों में शामिल ओड़गी विकासखंड के ग्राम पंचायत मोहरसोप में बीती रात एक जंगली हाथी ने जमकर उत्पात मचाया। गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान के जंगल से निकलकर आए इस हाथी ने केले के बगीचों और धान की फसलों को रौंद डाला, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ। ग्रामीणों में दहशत का माहौल है, और वे रातभर खेतों की रखवाली करने को मजबूर हैं।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, देर रात हाथी ने सबसे पहले केले के दर्जनों पेड़ उखाड़ फेंके और फिर धान की तैयार फसल को कुचल दिया। हरी-भरी फसल देखते ही देखते तबाह हो गई। ग्रामीणों ने टॉर्च, लाठियां, ढोल-नगाड़े और पटाखों की मदद से हाथी को भगाने की कोशिश की, लेकिन तब तक नुकसान हो चुका था।
लगातार बढ़ रही समस्या: ग्रामीणों का कहना है कि पिछले 8-10 सालों से हाथियों का आतंक बढ़ता जा रहा है। पास के जंगल से हाथी अक्सर गांव में घुसकर केला, धान और मक्का की फसलों को नष्ट कर देते हैं। कई बार वन विभाग को सूचित करने के बावजूद कोई स्थायी समाधान नहीं निकला। किसानों का कहना है कि उनकी सालभर की मेहनत एक रात में बर्बाद हो जाती है।
ग्रामीणों की मांग: ग्रामीणों ने वन विभाग और प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। वे चाहते हैं कि हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ा जाए और पीड़ित किसानों को शीघ्र मुआवजा दिया जाए। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ, तो वे सामूहिक आंदोलन करेंगे।
खतरे में ग्रामीणों की सुरक्षा: हाथियों के आतंक के कारण ग्रामीण रात में खेतों की रखवाली करने को मजबूर हैं, जिससे उनकी जान को भी खतरा है। ग्रामीणों ने प्रशासन से इस समस्या का स्थायी हल निकालने की गुहार लगाई है।