लोकल गुटखे की बेरोकटोक बिक्री, प्रशासन की खामोशी पर जनता आक्रोशित
नाबालिगों को नशे की लत में धकेल रहा गुटखा माफिया, ग्रामीणों की मांग- तत्काल कार्रवाई कर नशा मुक्त अभियान को बनाएं सार्थक
ओड़गी/भैयाथान 30 मई 2025 । जिले के ओड़गी व भैयाथान ब्लॉक मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में इन दिनों एक खतरनाक नशे का जाल युवा पीढ़ी को अपनी चपेट में ले रहा है। स्थानीय स्तर पर तैयार होने वाला गुटखा, जो सुपारी, तंबाकू और चूने का मिश्रण है, दुकानों, ठेलों और यहां तक कि गलियों में धड़ल्ले से बिक रहा है। इस अनियंत्रित बिक्री ने न केवल नाबालिग बच्चों और युवाओं को नशे की लत में धकेल दिया है, बल्कि उनके स्वास्थ्य, शिक्षा और भविष्य पर भी गहरा संकट मंडरा रहा है। परिजनों और स्थानीय समुदाय की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं, लेकिन प्रशासन की उदासीनता इस गोरखधंधे को और बढ़ावा दे रही है।
जानकारी के अनुसार, भैयाथान के समीप हर्रापारा व आसपास से इस लोकल गुटखे की आपूर्ति पूरे ब्लॉक मुख्यालय और आसपास की ग्राम पंचायतों में हो रही है। बसों, मोटरसाइकिलों, कारों और वैन के जरिए यह गुटखा बिना किसी रोक-टोक के सप्लाई किया जा रहा है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि नियम-कानून को ताक पर रखकर यह अवैध व्यापार फल-फूल रहा है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि 10 से 15 साल के बच्चे इस नशे का शिकार हो रहे हैं, जिससे उनके शारीरिक और मानसिक विकास पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। कुलमिलाकर लोकल गुटखे की बेरोकटोक बिक्री ने एक सामाजिक संकट को जन्म दे दिया है। यह न केवल स्वास्थ्य और शिक्षा पर असर डाल रहा है, बल्कि प्रशासन की जवाबदेही और नशा मुक्त अभियान की सार्थकता पर भी सवाल उठा रहा है।
परिजनों का दर्द और आक्रोश
गुटखे की लत में फंसते बच्चों को देखकर माता-पिता और परिजन बेहद परेशान हैं। एक स्थानीय अभिभावक ने कहा, हमारे बच्चे स्कूल जाने की उम्र में नशे की गिरफ्त में हैं। यह गुटखा इतना सस्ता और आसानी से उपलब्ध है कि बच्चे इसे जेब खर्च से खरीद लेते हैं। परिजनों ने इस गंभीर समस्या को उजागर करने और प्रशासन को जगाने के लिए मीडिया के माध्यम से अपील की है। उनका कहना है कि अगर यह सिलसिला यूं ही चलता रहा, तो आने वाली पीढ़ी नशे के अंधेरे में खो जाएगी।
नशा मुक्त अभियान की विडंबना
एक तरफ जिला प्रशासन तंबाकू मुक्त और नशा मुक्त अभियान चला रहा है, वहीं दूसरी तरफ गुटखे और तंबाकू की खुलेआम बिक्री पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही। ग्रामीणों ने इस दोहरे रवैये पर सवाल उठाते हुए कहा, अगर प्रशासन को नशे की बिक्री को बढ़ावा देना है, तो फिर नशा मुक्त अभियान का ढोंग क्यों..? स्थानीय लोगों ने मांग की है कि प्रशासन इस अभियान को सार्थक करने के लिए गुटखा व्यापारियों पर तत्काल कड़ी कार्रवाई करे और इस पर पूर्ण प्रतिबंध लगाए।
ग्रामीणों की मांग और अपील
जिले के भैयाथान ,ओड़गी सहित आसपास क्षेत्रों के समस्त ग्रामीणों ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि इस अवैध गुटखा व्यापार को तुरंत रोका जाए। उन्होंने मांग की है कि गुटखा माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, आपूर्ति के स्रोत को बंद किया जाए, और ग्रामीण क्षेत्रों में नशा मुक्त अभियान को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए।