समस्याओं के समाधान के साथ संवेदना भी: जयनगर शिविर में कैबिनेट मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने दिलाया भरोसा, सुशासन की नई मिसाल

समस्याओं के समाधान के साथ संवेदना भी: जयनगर शिविर में कैबिनेट मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने दिलाया भरोसा, सुशासन की नई मिसाल
समस्याओं के समाधान के साथ संवेदना भी: जयनगर शिविर में कैबिनेट मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने दिलाया भरोसा, सुशासन की नई मिसाल

सूरजपुर 05 मई 2025। शासन की योजनाओं को जमीनी हकीकत में बदलने और आम जनता की समस्याओं का स्थल पर समाधान करने के उद्देश्य से आज ग्राम पंचायत जयनगर में समाधान शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में छत्तीसगढ़ शासन की कैबिनेट मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े उपस्थित होकर न केवल जनता की समस्याएं सुनीं, बल्कि संवेदनशीलता के साथ उन्हें तत्काल निपटाने का भरोसा भी दिलाया।

मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश में एक उत्तरदायी, संवेदनशील और पारदर्शी शासन की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रत्येक नागरिक की समस्या को मानवीय दृष्टिकोण से देखें और खासकर राजस्व से जुड़े मामलों का समयबद्ध समाधान करें। उन्होंने सख्त लहजे में यह भी कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

शिविर में बी-वन और राशन कार्ड का वितरण कर उन जरूरतमंद परिवारों को राहत दी गई जो लंबे समय से मूलभूत सुविधाओं से वंचित थे। इस अवसर पर मंत्री राजवाड़े ने स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय परिसर में बाउंड्री वॉल और चबूतरे के निर्माण की घोषणा की, जो न सिर्फ भौतिक संरचना को मजबूती देगा, बल्कि विद्यार्थियों की सुरक्षा और गरिमा को भी सुनिश्चित करेगा।

कार्यक्रम में जिला कलेक्टर एस. जयवर्धन, जनपद अध्यक्ष श्रीमती स्वाति संत सिंह, जनपद उपाध्यक्ष मनमत बछार, एसडीएम शिवानी जायसवाल, सीईओ विनोद सिंह, बीईओ सुनील पोरते, पूर्व मंडल अध्यक्ष देवधन बिंझीया सहित जिले के सभी विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।

शिविर में आसपास की पंद्रह ग्राम पंचायतों से सैकड़ों ग्रामीण पहुंचे, जिन्होंने अपनी व्यथा, जरूरतें और सुझाव अधिकारियों के समक्ष रखे। मंत्री राजवाड़े ने सभी आवेदनों को गंभीरता से लेते हुए कहा कि प्रशासन सिर्फ सत्ता नहीं, सेवा का माध्यम है— और यही भावना हर निर्णय का मूल आधार होगी।