सूरजपुर: सुभाष चौक से महगवा चौक तक सड़क चौड़ीकरण, करीब 33 दुकानें ध्वस्त, प्रशासन का बुलडोजर एक्शन.....
करीब 5 से 7 जेसीबी मशीनों के साथ भारी पुलिस बल तैनात, कार्यवाही जारी
सूरजपुर, 1 जून 2025(ब्रेकिंग अपडेट)। शहर में ट्रैफिक जाम की बढ़ती समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए जिला प्रशासन ने सुभाष चौक से महगवा चौक तक सड़क चौड़ीकरण का महा-अभियान शुरू कर दिया है। रविवार सुबह करीब 8:30 बजे से शुरू हुई इस कार्रवाई में अब तक करीब 33 दुकानों को धराशायी कर दिया गया है, जिसमें गोलु स्वीट्स के पास अनुपम गैस प्वाइंट की दो मंजिला दुकान भी शामिल है। करीब पांच से सात जेसीबी मशीनों के साथ प्रशासन और पुलिस की भारी-भरकम मौजूदगी ने इस अभियान को और प्रभावी बनाया।अपुष्ट सूत्रों के अनुसार आज तीन दुकानदारों को नोटिस भी जारी किए गए हैं, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। कुलमिलाकर यह अभियान चरणबद्ध तरीके से पूरा होगा। अतिक्रमण हटाने के बाद सड़क निर्माण सहित अन्य सुविधाओं पर ध्यान दिया जाएगा। अधिकारियों ने नागरिकों से सहयोग की अपील बीते कई दिनों से किया जा रहा था, बहरहाल समाचार लिखे जाने तक कार्रवाई जारी है और यह शहर सहित आसपास के क्षेत्रों में चर्चा का प्रमुख विषय बना हुआ है।
प्रशासनिक टीम की मौजूदगी, पुलिस बल मुस्तैद
इस मेगा ऑपरेशन की कमान संभाल रही हैं एसडीएम सूरजपुर श्रीमती शिवानी जायसवाल, जिनके साथ तहसीलदार समीर शर्मा, नायब तहसीलदार इजराइल खान, नगर पालिका टीम,सीएसपी एस.एस. पैंकरा, डीएसपी अनूप एक्का, एसडीओपी और कोतवाली पुलिस के साथ रामानुजनगर, विश्रामपुर सहित आसपास के थानों के प्रभारी मौजूद है। बहरहाल भारी पुलिस बल की तैनाती ने कार्रवाई को सुचारू और निर्बाध बनाए रखा।
सुभाष चौक से शुरू हुई बुलडोजर की गर्जना
सुभाष चौक से शुरू हुई इस कार्रवाई में सड़क किनारे अतिक्रमण को चिन्हित कर जेसीबी मशीनों से हटाया जा रहा है। गोलु स्वीट्स के पास अनुपम गैस प्वाइंट की दो मंजिला दुकान सहित करीब 33 अन्य दुकानें अब तक ध्वस्त की जा चुकी हैं। प्रशासन ने पहले ही दुकानदारों को नोटिस जारी कर सामान हटाने की चेतावनी दी थी, जिसके बाद कई दुकानदारों ने स्वयं सामान हटा लिया था। इसके बाद आज अतिक्रमण हटाने के लिए जिला प्रशासन जेसीबी के माध्यम से कार्यवाही कर रही है।
कुछ में उत्साह, कुछ की नाराजगी
कार्रवाई को लेकर शहरवासियों में मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली। जहां कई लोग प्रशासन के इस कदम को सराह रहे हैं, वहीं कुछ प्रभावित दुकानदारों ने कार्रवाई की प्रक्रिया में पारदर्शिता और पुनर्वास की मांग उठाई है।