अंबिकापुर में प्रशासन की बेरहम कार्यवाही: बिना नोटिस तोड़ा वर्षों पुराना आशियाना, रोते-बिलखते रहे परिवार

अंबिकापुर में प्रशासन की बेरहम कार्यवाही: बिना नोटिस तोड़ा वर्षों पुराना आशियाना, रोते-बिलखते रहे परिवार

अंबिकापुर, 17 अप्रैल 2025।शहर के शांत माहौल में गुरुवार सुबह अचानक अफरा-तफरी मच गई जब अल सुबह नगर निगम की टीम ने बिना किसी पूर्व चेतावनी के एक मकान को बुलडोजर से ढहा दिया। यह मकान कोर्ट परिसर के पीछे स्थित था, जिसमें एक परिवार सालों से रह रहा था। सुबह करीब 8 बजे तहसीलदार और राजस्व निरीक्षक (आरआई) के साथ निगम का अमला पहुंचा और कुछ ही मिनटों में मकान पर बुलडोजर चला दिया।

सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि प्रशासन ने न तो मकान मालिकों को कोई नोटिस दिया, न ही उनके कीमती सामान और जरूरी दस्तावेज निकालने का मौका। परिवार के सदस्य बिलखते रहे, हाथ जोड़ते रहे, लेकिन प्रशासन की टीम ने किसी की नहीं सुनी।

नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि इस स्थान पर गैस प्लांट बनाए जाने की योजना है, इसलिए यह कार्रवाई की गई। हैरानी की बात यह रही कि मकान गिराने के बाद प्रशासन का कहना था कि "नोटिस बाद में मिलेगा" – एक ऐसा बयान जो कानूनी और मानवीय दोनों ही दृष्टिकोणों से गंभीर सवाल खड़े करता है। इस अमानवीय कार्यवाही के खिलाफ स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है। आसपास के लोग बड़ी संख्या में मौके पर इकट्ठा हो गए और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। लोग यह भी कह रहे हैं कि यदि पहले से सूचना दी जाती तो परिवार को कम से कम अपने सामान और यादों को बचाने का अवसर तो मिलता। प्रभावित परिवार ने न्याय की गुहार लगाई है और प्रशासन की इस बेरहम कार्यवाही के खिलाफ उच्च अधिकारियों से शिकायत दर्ज कराने की तैयारी कर रहा है।यह घटना न केवल एक कानूनी चूक को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि विकास के नाम पर यदि संवेदनाएं कुचली जाएं, तो उसका समाज पर गहरा असर पड़ता है।