पैसों के लेन-देन में दोस्त ने की बेरहमी से हत्या,चाकू से वार कर गला दबाया,लाश नदी में फेंकी आरोपी गिरफ्तार
बलरामपुर। रघुनाथनगर थाना पुलिस ने अंधे कत्ल की गुत्थी को महज तीन दिनों में सुलझा लिया। पैसों के लेन-देन को लेकर हुए विवाद में आरोपी ने अपने दोस्त की चाकू से वार कर और गला दबाकर बेरहमी से हत्या कर दी। शव को घसीटकर रेंट नदी में फेंक दिया और जेब से 50 हजार रुपये भी लूट लिए। पुलिस की तेजतर्रार टीम ने सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल एनालिसिस और फोरेंसिक सबूतों के आधार पर आरोपी को दबोच लिया। आरोपी ने जुर्म कबूल करते हुए हत्या की पूरी वारदात बयान की।घटना 30 अगस्त 2025 की है। शाम करीब 4 बजे बलंगी पुलिस चौकी को फोन पर सूचना मिली कि ग्राम चपोता के पास रेंट नदी किनारे पानी में एक अज्ञात शव पड़ा है। करीब 50 मीटर दूर नदी के किनारे पर हीरो स्प्लेंडर मोटरसाइकिल (नंबर MP 66 MD 8406) खड़ी मिली। थाना प्रभारी रघुनाथनगर ने दल-बल के साथ मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। वाहन का डिटेल चेक करने पर पता चला कि बाइक मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले के थाना माडा अंतर्गत ग्राम पंडरी निवासी शिवराज सिंह की है। शव की शिनाख्त के बाद मृतक की पहचान शिवराज सिंह उर्फ बब्बे (45 वर्ष, पिता जमुना सिंह) के रूप में हुई। परिजनों ने भी इसकी पुष्टि की।मौके पर जांच में शव को घसीटने के निशान, संघर्ष के चिह्न, टूटा हुआ चाकू का हैंडल और मृतक की बाइक मिली। इससे हत्या की आशंका पुख्ता हुई। पुलिस ने संदिग्ध हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। फोरेंसिक एक्सपर्ट टीम अंबिकापुर और डॉग स्क्वॉड बलरामपुर की मदद से घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टर ने गला घोंटकर हत्या की पुष्टि की।बलरामपुर के पुलिस अधीक्षक आईपीएस वैभव बैंकर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विश्व दीपक त्रिपाठी और एसडीओपी वाड्रफनगर राम अवतार ध्रुव के मार्गदर्शन में पुलिस टीम ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की। सीसीटीवी फुटेज, मृतक व संदिग्ध के मोबाइल का तकनीकी विश्लेषण और साक्ष्यों से आरोपी की पहचान सियाचंद वैश्य (43 वर्ष, पिता स्वर्गीय राम केवल, निवासी भाव खंड, थाना माडा, सिंगरौली, मध्य प्रदेश) के रूप में हुई। परिजनों ने बताया कि आरोपी ने मृतक से 7.50 लाख रुपये उधार लिए थे, जो ब्याज समेत 15 लाख हो चुके थे। आरोपी ने सिर्फ 1.5 लाख रुपये ही लौटाए थे और मृतक लगातार पैसे मांगकर परेशान कर रहा था।आरोपी ने पूछताछ में जुर्म कबूल किया। उसने बताया कि दो साल पहले अलग-अलग किस्तों में 5 प्रतिशत ब्याज पर पैसे उधार लिए थे। दबाव से तंग आकर उसने हत्या की साजिश रची। गुरुवार को सिंगरौली जाकर चाकू खरीदा। शुक्रवार शाम माडा में मृतक से मिला, नाश्ता किया और अगले दिन चपोता में जमीन दिखाने का बहाना बनाया। 30 अगस्त सुबह सेमरिया में मिले, फिर चांदनी-बिहारपुर रास्ते से रेंड नदी पुल पहुंचे। आरोपी ने अपनी बाइक पहले छोड़ दी और मृतक की बाइक पर पीछे बैठ गया। किनारे पर पहुंचकर चाकू से वार किया। छीना-झपटी में दोनों को उंगलियों में चोट लगी, चाकू टूट गया। फिर आरोपी ने गला दबाकर हत्या की और शव नदी में फेंक दिया। जेब से 50 हजार रुपये लूटे, कपड़े बदले और घर लौटकर स्कूल पढ़ाने चला गया।पुलिस ने आरोपी के निशानदेही पर घटनास्थल से टूटा चाकू, खून से सने कपड़े जब्त किए। घर से मोटरसाइकिल, हेलमेट, मोबाइल और 50 हजार रुपये बरामद हुए। 3 सितंबर 2025 को आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया।इस मामले को सुलझाने में थाना प्रभारी देवेंद्र ठाकुर, चौकी प्रभारी सुभाष कुजूर, सहायक उप निरीक्षक नंदलाल प्रधान, आरक्षक उमेश यादव, जेम्स लकड़ा, राजेंद्र कुजूर, जुगेश जायसवाल और टेक चंद्र वर्मा की टीम का सराहनीय योगदान रहा।