विश्रामपुर में भगवान श्रीजगन्नाथ की रथ यात्रा में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब,मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने रथ खींचकर की पूजा, बोलीं- यह पर्व सामाजिक एकता का प्रतीक
सूरजपुर। जिले के विश्रामपुर में आज भगवान श्रीजगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा में आस्था और उत्साह का अद्भुत संगम देखने को मिला। हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने रथ की रस्सी खींचकर पूजा-अर्चना की और इस पवित्र उत्सव की गरिमा को और बढ़ाया।
रथ यात्रा की शुरुआत विश्रामपुर के प्राचीन जगन्नाथ मंदिर से मंत्रोच्चार और विधिवत पूजन के साथ हुई। भगवान श्रीजगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की दिव्य प्रतिमाओं को रथ पर विराजमान कर यात्रा शुरू की गई। ढोल-नगाड़ों की गूंज, भक्ति भजनों और जयकारों के बीच रथ नगर की सड़कों पर आगे बढ़ा। मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने श्रद्धापूर्वक रथ खींचा और नगरवासियों के साथ इस धार्मिक उत्सव में शामिल हुईं।
इस अवसर पर श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए श्रीमती राजवाड़े ने कहा, "भगवान श्रीजगन्नाथ की रथ यात्रा छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत का गौरवमयी प्रतीक है। यह पर्व हमें समर्पण, सेवा और सामाजिक एकता का संदेश देता है। मैं प्रभु जगन्नाथ से प्रदेशवासियों के लिए सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य की कामना करती हूं।"
यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से रथ को खींचा और जगह-जगह स्वागत द्वारों पर पुष्पवर्षा कर भगवान का अभिनंदन किया। नगर की गलियां "जय जगन्नाथ" के उद्घोष से गूंज उठीं। सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए थे, जिससे यात्रा शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रही। कुलमिलाकर यह रथ यात्रा न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि यह सामाजिक समरसता और एकता का भी प्रतीक है, जो विश्रामपुर की सांस्कृतिक पहचान को और मजबूत करता है।