12% ब्याज और रकम दोगुना करने का लालच देकर 21 लाख की ठगी, मास्टरमाइंड सूरजपुर पुलिस की गिरफ्त में
सूरजपुर, 22 जुलाई 2025। शुभ निवेश कोचिंग सेंटर के आड़ में स्टॉक मार्केट की क्लास चलाकर लोगों को झांसे में लेने वाला संजीत अग्रवाल आखिरकार सूरजपुर पुलिस की सतर्कता के आगे टिक नहीं सका। 12 प्रतिशत मासिक ब्याज और 90 दिन में रकम दोगुना करने का लुभावना प्रलोभन देकर एक स्थानीय निवासी से 21 लाख रुपये ठगने वाले इस शातिर ठग को पुलिस ने बिलासपुर से धर दबोचा। यह कार्रवाई न केवल पीड़ितों के लिए राहत की सांस लेकर आई, बल्कि ठगी के धंधे में लिप्त अपराधियों के लिए सख्त संदेश भी है।
लालच का जाल, चेक का झांसा: पीड़ित ने थाना सूरजपुर में 21 जुलाई 2025 को शिकायत दर्ज की कि अप्रैल-मई 2024 में संजीत अग्रवाल ने स्टॉक मार्केट की क्लास के दौरान उसे लालच दिया कि 10 लाख रुपये निवेश करने पर हर महीने 12% ब्याज और मूल रकम वापसी की गारंटी है। इस झांसे में आकर पीड़ित ने 12 अप्रैल 2024 को अपने एसबीआई खाते से संजीत के खाते में 10 लाख रुपये ट्रांसफर किए। इसके बाद संजीत ने 90 दिन में रकम दोगुना करने का नया लालच देकर 11 लाख रुपये और ठग लिए। बदले में उसने पीड़ित को 10 लाख और 11 लाख के दो चेक दिए। लेकिन जब 90 दिन की अवधि पूरी हुई और पीड़ित ने पैसे की मांग की, तो संजीत टालमटोल करने लगा। आखिरकार, उसने अपना मोबाइल बंद कर कोचिंग सेंटर को ताला लगाकर फरार हो गया।
सूरजपुर पुलिस की त्वरित कार्रवाई: पीड़ित की शिकायत पर थाना सूरजपुर ने तुरंत अपराध क्रमांक 365/25, धारा 420 भादसं के तहत मामला दर्ज किया। डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर प्रशांत कुमार ठाकुर ने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए आरोपी की तलाश और गिरफ्तारी के लिए सख्त निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो और सीएसपी एस.एस.पैंकरा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी विमलेश दुबे के नेतृत्व में पुलिस टीम ने साक्ष्य जुटाए और सूचना के आधार पर बिलासपुर में दबिश देकर संजीत अग्रवाल (35, निवासी भैयाथान रोड, सूरजपुर) को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में संजीत ने ठगी की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया। उसे माननीय न्यायालय में पेश किया गया, जहां से तीन दिन की पुलिस रिमांड मिली है।
पहले भी ठगी का काला कारनामा: जांच में सामने आया कि संजीत अग्रवाल का यह पहला अपराध नहीं है। उसके खिलाफ पहले भी 40 लाख रुपये की ठगी का मामला दर्ज हो चुका है। वह लंबे समय से लुभावने ऑफर देकर लोगों को अपने जाल में फंसाता रहा है। इस बार पुलिस की मुस्तैदी ने उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया।
पुलिस टीम में यह रहे शामिल
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी विमलेश दुबे, एसआई अश्विनी पाण्डेय, प्रधान आरक्षक योगेंद्र भगत, आरक्षक रविराज पाण्डेय, दशरथ राम और सोनू सिंह की सक्रिय भूमिका रही। पुलिस की इस त्वरित और प्रभावी कार्रवाई ने न केवल पीड़ित को न्याय की उम्मीद दी, बल्कि समाज में भरोसा भी जगाया कि अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो, कानून के लंबे हाथों से बच नहीं सकता।