नाबालिग को भगाकर किया दुष्कर्म, पुलिस ने किया 48 घंटे में दो आरोपियों को गिरफ्तार

अम्बिकापुर 19 अप्रैल 2025। सरगुजा जिले के गांधीनगर थाना क्षेत्र से नाबालिग को भगाकर जबरन दुष्कर्म करने के मामले में पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए 48 घंटे के भीतर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पीड़िता के बयान के आधार पर मुख्य आरोपी ने लड़की को प्यार का झांसा देकर कई बार शारीरिक शोषण किया और फरार होने के दौरान उससे 17 हजार रुपए भी ले लिए थे। पीड़िता के साहस से मामला खुला और पुलिस ने तत्परता से दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।उक्ताशय पर प्राप्त जानकारी अनुसार गांधीनगर थाना में 17 अप्रैल को एक व्यक्ति ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 15 अप्रैल की रात परिवार के सभी लोग खाना खाकर सो गए थे, लेकिन अगली सुबह देखा गया कि उसकी नाबालिग बेटी घर से गायब है। साथ ही अलमारी में रखे 50 हजार रुपये भी नहीं मिले। परिवार वालों ने आसपास और रिश्तेदारों में तलाश की, लेकिन लड़की का कोई सुराग नहीं मिला।16 अप्रैल की रात को नाबालिग किसी तरह घर वापस लौटी। घरवालों ने जब उससे पूछताछ की, तो उसने बताया कि डिगमा नेहरू नगर निवासी अनुज शील और उसका दोस्त अमित मंडल रात करीब 2 से 2:30 बजे के बीच घर के पास आए और उसे बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गए। अनुज ने कहा कि वह उससे प्यार करता है और शादी करना चाहता है। लड़की को बहलाकर उससे 50 हजार में से 17 हजार रुपये ले लिए गए।पीड़िता ने बताया कि आरोपी अनुज ने पहले भी उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए हैं। घटना वाले दिन दोनों आरोपी उसे कहीं बाहर ले जाने वाले थे, लेकिन गलत इरादों का आभास होते ही वह उनके चंगुल से भाग निकली और किसी तरह वापस घर पहुंची।
FIR दर्ज होते ही हरकत में आई पुलिस, मोबाइल और नगदी बरामद
गांधीनगर थाना पुलिस ने प्रार्थी की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 219/24 के तहत BNS की धारा 137(2), 87, 3(5) और पोक्सो एक्ट की धारा 4 व 6 के तहत केस दर्ज किया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों – अनुज शील उर्फ अनुज सेन (19 वर्ष) और अमित मंडल (21 वर्ष) को डिगमा क्षेत्र से हिरासत में लिया। पूछताछ में दोनों ने अपराध स्वीकार किया। अनुज के कब्जे से पीड़िता से लिए गए 17,000 रुपये नगद और घटना में प्रयुक्त मोबाइल बरामद किया गया है।इस पूरी कार्रवाई में गांधीनगर थाना प्रभारी निरीक्षक गौरव कुमार पाण्डेय, महिला प्रधान आरक्षक मेबीस ज्योत्स्ना खाखा, महिला आरक्षक प्रिया रानी, आरक्षक ऋषभ सिंह, घनश्याम देवांगन और रविन्द्र साहू की अहम भूमिका रही।