भैंसों को लेकर झारखंड के बूचड़खाने ले जा रहे थे तस्कर... ग्रामीणों ने पकड़ा, पुलिस ने 2 को गिरफ्तार
बलरामपुर ।जिले में मवेशी तस्करों का खेल थम गया। ग्राम करचा के आसपास के जंगल में दो संदिग्धों को ग्रामीणों ने रंगे हाथों पकड़ लिया, जो दो भैंसों को चुपके से झारखंड के बूचड़खाने ले जा रहे थे। चांदो थाने की पुलिस ने फुर्ती दिखाते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मामला पशु क्रूरता और अवैध तस्करी का है, जिसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है।घटना की पूरी कहानी रविवार रात 8 बजे की है। प्रार्थी अभिषेक गुप्ता जो इदरीकला गांव के रहने वाले हैं, उसने बताया कि ग्राम छवारी पचफेड़ी के जंगल से दो व्यक्ति भैंसों को हांकते हुए पार कर रहे थे। ग्रामीणों ने उन्हें रोककर पूछताछ की तो उन्होंने अपना नाम करमसाय (24 वर्ष, पिता स्व. राधा, जाति नगेशिया, निवासी जलबोथा) और संजय यादव (32 वर्ष, पिता महोदर यादव, निवासी जलबोथा) बताया। उनके पास एक काली और एक भूरी रंग की भैंसें थीं।अभिषेक ने थाने में शिकायत दर्ज कराई कि ये दोनों गांव के नहीं हैं और साफतौर पर मवेशियों को झारखंड के बूचड़खाने ले जा रहे थे। प्रार्थी ने पुलिस से तत्काल कार्रवाई की मांग की। रिपोर्ट पर थाना चांदो में अपराध क्रमांक 34/2025 के तहत छत्तीसगढ़ कृषक पशु संरक्षण अधिनियम 2004 और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 की धारा 11(1)(डी) के तहत मामला दर्ज किया गया।विवेचना के दौरान पुलिस ने दोनों आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर लिया। दोनों जलबोथा गांव के ही रहने वाले हैं और थाना चांदो के अंतर्गत आते हैं। गिरफ्तारी के बाद उन्हें न्यायालय में पेश कर दिया गया है। पुलिस ने बताया कि यह कार्रवाई ग्रामीणों की सतर्कता और त्वरित सूचना का नतीजा है। जिले में मवेशी तस्करी की घटनाओं को रोकने के लिए अब और सख्ती बरती जाएगी।