रहस्यमयी चोरी ने उड़ाई नींद: बिना ताला टूटे गायब हुआ लाखों का सामान, पूरी कहानी अबतक अनसुलझी पहेली.....?
सूरजपुर/ रामानुजनगर । जिले में विकासखंड रामानुजनगर के स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय भुवनेश्वरपुर में एक बार फिर चोरी की सनसनीखेज और रहस्यमयी घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया है। स्कूल से सीपीयू, साउंड बॉक्स समेत लाखों रुपये का शैक्षणिक सामान रातोंरात गायब हो गया, और चौंकाने वाली बात यह है कि न तो ताले टूटे, न ही दरवाजे-खिड़कियों में कोई तोड़फोड़ के निशान मिले। इस घटना ने न केवल स्कूल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, बल्कि स्थानीय लोगों के बीच इसे किसी गहरी साजिश का हिस्सा मानने की चर्चा जोरों पर है। रामानुजनगर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन सवाल यह है कि क्या इस बार रहस्य से पर्दा उठ पाएगा.. ?
वहीं दूसरी तरफ यह रहस्यमयी चोरी अब पूरे रामानुजनगर में चर्चा का केंद्र बन चुकी है। लोग यह जानने को बेताब हैं कि आखिर चोर कौन है, जो बिना निशान छोड़े लाखों का सामान गायब कर देता है..? क्या यह वाकई एक चोरी है, या इसके पीछे कोई बड़ी साजिश..? पुलिस की जांच से ही सच्चाई सामने आएगी। तब तक यह सवाल सबके मन में कौंध रहा है कि क्या स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय की सुरक्षा व्यवस्था इतनी कमजोर है कि चोर बिना सुराग छोड़े बार-बार वारदात को अंजाम दे रहे हैं...?
दोहराई गई 2022-23 की कहानी
यह कोई नई बात नहीं है। वर्ष 2022-23 में भी इस स्कूल से सीसीटीवी कैमरे, प्रोजेक्टर और अन्य कीमती सामान उसी रहस्यमयी अंदाज में चोरी हो गए थे। तब भी कोई तोड़फोड़ नहीं हुई थी, और मामला अनसुलझा रह गया था। अब दोबारा उसी तर्ज पर हुई इस चोरी ने स्कूल प्रशासन और स्थानीय पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पुलिस की जांच में चौंकाने वाला खुलासा
स्कूल प्राचार्य की शिकायत पर रामानुजनगर थाने में मामला दर्ज किया गया। प्राचार्य ने अपनी रिपोर्ट में ताले टूटने की जानकारी नहीं दी, लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह साफ हो गया कि चोरी बिना किसी तोड़फोड़ के अंजाम दी गई है। यह एक सामान्य चोरी नहीं लगती, मामले को और पेचीदा बना दिया है।
अंदरूनी साजिश की आशंका
स्थानीय जनप्रतिनिधियों और अभिभावकों ने इस घटना में अंदरूनी मिलीभगत की आशंका जताई है। एक स्थानीय अभिभावक ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर गुस्से में कहा, जब ताले और दरवाजे सलामत हैं, तो चोर को अंदर आने-जाने का रास्ता कैसे पता...? स्कूल में चौकीदार है या नहीं...? अगर है, तो चोरी के वक्त कहां था...? स्कूल में पहले चोरी हुए सीसीटीवी कैमरों के बाद नई निगरानी व्यवस्था भी नहीं की गई, जिससे सुरक्षा की खामियां उजागर हो रही हैं।
सवालों के घेरे में स्कूल प्रशासन
लगातार दो बार एक ही अंदाज में चोरी ने स्कूल प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। क्या स्कूल में कोई नियमित चौकीदार है..? क्या रात में कोई सुरक्षा व्यवस्था है...? और सबसे बड़ा सवाल, जब पहले चोरी में सीसीटीवी गायब हो चुके हैं, तो नई निगरानी व्यवस्था क्यों नहीं लागू की गई. ? स्थानीय लोगों का मानना है कि यह चोरी बाहरी लोगों से ज्यादा किसी अंदरूनी व्यक्ति की करतूत हो सकती है, जिसे स्कूल की हर गतिविधि की पूरी जानकारी हो।