लखनऊ से अपहृत नाबालिग को सूरजपुर पुलिस ने परिजनों से मिलता वापस , आरोपी गिरफ्तार

लखनऊ से अपहृत नाबालिग को सूरजपुर पुलिस ने परिजनों से मिलता वापस , आरोपी गिरफ्तार

सूरजपुर। एक पिता की बेचैनी और मां की आंखों में छिपे आंसुओं को समझते हुए सूरजपुर पुलिस ने प्रेमनगर थाना क्षेत्र से अपहृत एक नाबालिग बेटी को लखनऊ, उत्तर प्रदेश से सकुशल बरामद कर परिवार को नई उम्मीद दी। इस हृदयस्पर्शी मामले में आरोपी साहिल उर्फ अमन को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया गया है।पुलिस के अनुसार, परिजन ने थाना प्रेमनगर में अपनी नाबालिग बेटी के लापता होने की मार्मिक शिकायत दर्ज कराई। उनकी बेटी परीक्षा देने घर से निकली थी, लेकिन जब वह वापस नहीं लौटी, तो परिवार की दुनिया उजड़ सी गई। खोजबीन के बाद भी कोई सुराग न मिलने पर पिता ने पुलिस का दरवाजा खटखटाया। शिकायत पर तत्काल अपहरण का मामला धारा 137(2) बीएनएस के तहत दर्ज किया गया। डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर प्रशांत कुमार ठाकुर ने महिला व बच्चों के प्रति अपराधों पर संवेदनशीलता दिखाते हुए त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो और एसडीओपी प्रेमनगर नरेंद्र सिंह पुजारी के मार्गदर्शन में प्रेमनगर पुलिस ने दिन-रात एक कर दी। तकनीकी सहायता से पता चला कि अपहृता लखनऊ में है। इसके बाद पुलिस की एक विशेष टीम ने बिना देरी किए लखनऊ के लिए कूच किया। वहां गहन तलाशी के बाद पुलिस ने आरोपी साहिल उर्फ अमन के कब्जे से नाबालिग को सुरक्षित बरामद कर लिया। बच्ची को देखते ही परिवार की खुशी का ठिकाना न रहा। जांच में धारा 65(1), 87 बीएनएस और पास्को एक्ट की धारा 6 जोड़ी गई, और आरोपी को गिरफ्तार कर सूरजपुर लाया गया।

इस कार्रवाई में थाना प्रभारी प्रेमनगर विराट विशी, एएसआई रंजीत सोनवानी, प्रधान आरक्षक विनय किस्पोट्टा, आरक्षक रौशन सिंह, नागेंद्र प्रसाद राजवाड़े, बृजेश काशी, महिला आरक्षक सिंधू कुजूर और अंजू सिंह ने अथक प्रयास किए। उनकी इस संवेदनशील कार्रवाई ने न केवल एक बेटी को उसके परिवार से मिलाया, बल्कि समाज में पुलिस के प्रति विश्वास को और मजबूत किया।