सूचना के अधिकार पर शोध के लिए डॉ. डी.के.सोनी को मिली डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी की उपाधि
छत्तीसगढ़ के एकमात्र अधिवक्ता जिन्हें पंडित दीनदयाल उपाध्याय हिंदी विद्यापीठ ने किया सम्मानित
अम्बिकापुर। सूचना के अधिकार (RTI) के क्षेत्र में उल्लेखनीय शोध के लिए अधिवक्ता डॉ. डीके सोनी को पंडित दीनदयाल उपाध्याय हिंदी विद्यापीठ ने डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी की मानद उपाधि से सम्मानित किया है। यह प्रतिष्ठित सम्मान 27 जुलाई 2025 को नई दिल्ली के रेडिसन ब्लू होटल में आयोजित राष्ट्रीय हिंदी संगोष्ठी एवं विद्यावारिधी सम्मान समारोह में प्रदान किया गया। समारोह में केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति पद्म श्री डॉ. अरविंद कुमार ने डॉ. सोनी को यह उपाधि प्रदान की।पंडित दीनदयाल उपाध्याय हिंदी विद्यापीठ द्वारा आयोजित इस भव्य समारोह में देशभर से आए शिक्षाविदों, साहित्यकारों, पर्यावरणविदों और विधि विशेषज्ञों ने हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार और सामाजिक मुद्दों पर विचार व्यक्त किए। डॉ. सोनी को सूचना के अधिकार विधि में उनके गहन शोध के लिए यह सम्मान मिला, जिसमें वे छत्तीसगढ़ से एकमात्र प्राप्तकर्ता रहे। इस अवसर पर डॉ. सोनी ने कहा, "यह उपाधि मेरे लिए गर्व का क्षण है। सूचना के अधिकार के क्षेत्र में मेरा शोध कार्य निरंतर जारी रहेगा, और मैं इस दिशा में और बेहतर योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हूँ।" उनकी इस उपलब्धि पर अधिवक्ता समुदाय और शुभचिंतकों में खुशी की लहर है।समारोह की अध्यक्षता विद्यापीठ के कुलपति डॉ. इंदु भूषण मिश्रा ने की, और दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। हिंदी, शिक्षा, पर्यावरण, चिकित्सा, जल संरक्षण और समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वालों को भी इस मंच पर सम्मानित किया गया।