अजब -गजब दो राज्यों में एक साथ नौकरी, ग्रामीणों ने अतिथि शिक्षक का खेल बेनकाब

अजब -गजब दो राज्यों में एक साथ नौकरी, ग्रामीणों ने अतिथि शिक्षक का खेल बेनकाब
अजब -गजब दो राज्यों में एक साथ नौकरी, ग्रामीणों ने अतिथि शिक्षक का खेल बेनकाब

सूरजपुर। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती गांव मकरोहर में एक तथाकथित गड़बड़झाला सामने आया है। अपुष्ट सूत्रों की मानें तो राजेश कुमार वैश्य पिछले चार सालों से मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, मकरोहर और छत्तीसगढ़ के बिहारपुर स्थित स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी व हिंदी माध्यम स्कूल में एक साथ अतिथि शिक्षक के रूप में सेवाएं दे रहा है। उक्ताशय पर प्राप्त जानकारी अनुसार मकरोहर, सिंगरौली जिले का आखिरी गांव है, जो छत्तीसगढ़ के बिहारपुर से सटा है। स्थानीय निवासी राजेश कुमार वैश्य ने अपनी पहुंच का इस्तेमाल कर दोनों राज्यों से निवास प्रमाण पत्र हासिल किया और दोनों स्कूलों में एक साथ नौकरी हासिल कर ली। मकरोहर के हायर सेकेंडरी स्कूल का समय सुबह 10:30 से शाम 4:00 बजे तक है, जबकि बिहारपुर का स्वामी आत्मानंद स्कूल दो पालियों में चलता है। राजेश सुबह 8:00 से 12:00 बजे तक बिहारपुर स्कूल में पढ़ाता है और दोपहर में मकरोहर स्कूल में हाजिरी दर्ज करता है। कुलमिलाकर इस मामले ने शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए हैं। एक ही व्यक्ति का दो राज्यों के सरकारी स्कूलों में एक साथ नौकरी करना और करीब चार साल तक इस फर्जीवाड़े का पकड़ा न जाना पारदर्शिता और निगरानी की कमी को दर्शाता है। 

ग्रामीणों ने खोली पोल, प्राचार्यों की चुप्पी 

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि राजेश की मनमानी और अनियमित उपस्थिति से वे लंबे समय से परेशान थे। जब ग्रामीणों ने इसकी पड़ताल की, तो यह चौंकाने वाला गड़बड़झाला सामने आया। ग्रामीणों का आरोप है कि स्थानीय होने के कारण प्राचार्य और अन्य शिक्षक इस मामले पर चुप्पी साधे रहे।