एनएसएस शिविर: नशामुक्ति से साइबर सुरक्षा तक, छात्रों को मिली जीवनदायी सीख
अम्बिकापुर ।सरगुजा जिले में नशे की लत और सड़क हादसों से जंग छेड़ने का संकल्प मजबूत हो गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आईपीएस राजेश अग्रवाल के निर्देशन और अतिरिक्त एसपी अमोलक सिंह ढिल्लो के मार्गदर्शन में सरगुजा पुलिस व नवा बिहान नशामुक्ति जागरूकता अभियान की संयुक्त टीम ने विवेकानंद उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना छात्र-छात्राओं को नशामुक्ति, यातायात नियम, साइबर अपराधों से सुरक्षा और संशोधित कानून-2024 की बारीकियां सिखाईं। ग्राम अजिरमा में आयोजित बौद्धिक परिचर्चा ने युवाओं के व्यक्तित्व को निखारने का भी वादा किया।एनएसएस इकाई द्वारा लगाए गए इस शिविर में मुख्य अतिथि उपनिरीक्षक अभय तिवारी ने यातायात नियमों पर आंकड़ों के साथ रोचक व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि लापरवाही से होने वाले हादसे जिले में हर साल सैकड़ों जिंदगियां लील लेते हैं, लेकिन सख्ती से पालन करने पर 70 फीसद दुर्घटनाएं टल सकती हैं। छात्रों ने ताली बजाकर उनका स्वागत किया।विशिष्ट अतिथि व नवा बिहान अभियान संयोजक मंगल पांडेय ने नशे की खतरनाक दुनिया पर चोट की। उन्होंने गांजा, चरस, स्मैक जैसे उत्पादों की लत के कारणों और दुष्परिणामों-जैसे पारिवारिक विघटन, स्वास्थ्य हानि व अपराध की ओर धकेलना-पर विस्तार से चर्चा की। साथ ही, व्यक्तित्व विकास पर व्याख्यान देकर छात्रों को आत्मविश्वास से लैस करने का प्रयास किया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि रहे पुष्पमित्र मल्तियार (जिला विधिक सेवा प्राधिकरण) ने साइबर अपराधों की पड़ताल की। उन्होंने फिशिंग, ऑनलाइन धोखाधड़ी और नई संशोधित कानून-2024 के प्रावधानों पर प्रकाश डालते हुए सुझाव दिए कि मजबूत पासवर्ड, सतर्कता और तुरंत शिकायत से खतरा टाला जा सकता है। श्री मल्तियार बोले, साइबर दुनिया में एक क्लिक गलत, तो जीवन भर का नुकसान। बहरहाल शिविर की सफलता में एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी राकेश राय, सहायक अधिकारी भावना सिंह, व्याख्यता श्वेता सिंह व कविता सिंह का अहम योगदान रहा। छात्रों ने प्रतिज्ञा ली कि वे इन सीखों को गांव-गांव पहुंचाएंगे। यह अभियान सरगुजा को नशामुक्त व सुरक्षित बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।