गर्मी में जब सूरज आग उगल रहा, तब स्काउट-गाइड बने 'जलदूत'... प्रतापपुर बस स्टैंड में गुड़ और ठंडे पानी से राहगीरों की प्यास बुझा रहे मासूम हाथ
प्रतापपुर (सूरजपुर) 24 अप्रैल 2025।"बिलकुल गला सूख गया था, तभी एक स्कूली बच्चा बोला— अंकल, ठंडा पानी पी लीजिए, साथ में गुड़ भी है... गर्मी में राहत देगा।”
ऐसे दृश्य इन दिनों प्रतापपुर बस स्टैंड पर आम हो चुके हैं। भीषण गर्मी में जहां आम आदमी घर से निकलने में कतराता है, वहीं भारत स्काउट गाइड के नन्हें सेवक दिनभर बस स्टैंड पर डटे रहते हैं— राहगीरों को ठंडा पानी और गुड़ बांटते हुए।इस नेक पहल का शुभारंभ मंगलवार 23 अप्रैल को किया गया। नगर पंचायत अध्यक्ष मानती सिंह, मंडल अध्यक्ष मुकेश पायल, उपाध्यक्ष अजीत शरण सिंह और जरही मंडल अध्यक्ष ने मिलकर प्याऊ घर का उद्घाटन किया।
प्याऊ में सिर्फ पानी नहीं... भावनाएं भी घुली हैं
यह सिर्फ ठंडा पानी और गुड़ नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक सोच है— मानवता की सेवा, प्यासे को पानी पिलाना सबसे बड़ा पुण्य।इस कार्य को अंजाम दे रहे हैं शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्रतापपुर के स्काउट्स, जिनका नेतृत्व कर रहे हैं स्काउट प्रभारी संजय सिंह।यह पूरा आयोजन राज्य मुख्य आयुक्त डॉ. सोमनाथ यादव और राज्य सचिव कैलाश सोनी के दिशा-निर्देशन में, जिला शिक्षा अधिकारी भारती वर्मा और विकासखंड शिक्षा अधिकारी मुन्नू सिंह धुर्वे के मार्गदर्शन में संचालित किया जा रहा है। विकासखंड सचिव प्रेम सिंधु मिश्रा इस अभियान के संयोजक हैं। उपरोक्त जानकारी भारत स्काउट गाइड जिला मीडिया प्रभारी कृष्ण कुमार ध्रुव के द्वारा दी गई।
बच्चों की मुस्कान, राहगीरों की राहत...
प्याऊ घर की सबसे खास बात ये है कि यहां सिर्फ सेवा नहीं, सद्भाव भी मिलता है। बच्चों की मुस्कान, उनका सम्मानपूर्वक पानी ऑफर करना— ये सब कुछ राहगीरों को सिर्फ तरोताजा नहीं करता, बल्कि दिल को छू जाता है।
हर दिन बदलेगा गुड़ देने वाला, लेकिन न बदलेगी सेवा की भावना
गुड़ की व्यवस्था स्थानीय गणमान्य नागरिकों और व्यापारियों द्वारा की जा रही है। उद्घाटन के पहले दिन की व्यवस्था खुद नगर पंचायत अध्यक्ष मानती सिंह ने की। आगे भी हर दिन अलग-अलग समाजसेवी गुड़ उपलब्ध कराएंगे।
बीते साल की सफलता से मिली प्रेरणा
पिछले साल भी यही पहल की गई थी। स्काउट गाइड्स ने खुद खड़े होकर राहगीरों को पानी पिलाया था। उसी उत्साह को देखते हुए इस बार इसे और व्यवस्थित तरीके से शुरू किया गया है। अब यहां शेड, ग्लास, हैंडवॉश और बैठने की व्यवस्था भी की गई है।
छोटे हाथ, बड़ी सेवा — प्रतापपुर के स्काउट-गाइड ने गर्मी में राहत का रास्ता दिखाया
इस खबर ने यह साबित कर दिया कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए बड़े-बड़े मंच या पैसा नहीं चाहिए, बस एक संवेदनशील दिल और सेवा का जज़्बा चाहिए।प्रतापपुर के ये बच्चे न सिर्फ राहगीरों को राहत दे रहे हैं, बल्कि समाज को भी ठंडक पहुंचा रहे हैं।