तीज की मेहंदी में मांगों का दर्द,एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित,मरीजों का हाल-बेहाल
सूरजपुर, 25 अगस्त 2025। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के 16,000 से अधिक कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल ने स्वास्थ्य व्यवस्था की कमर तोड़ दी है।इसी कड़ी में सूरजपुर जिले के 600 कर्मचारी अपनी 10 सूत्रीय मांगों—नियमितीकरण, ग्रेड पे और 27% लंबित वेतन वृद्धि—को लेकर आठवें दिन भी धरना स्थल पर डटकर सरकार को ललकार रहे हैं। तीज से पहले महिला कर्मचारियों ने हाथों में मेहंदी रचाकर मांगें पूरी करने की मार्मिक गुहार लगाई, जिसने आंदोलन को भावनात्मक और आकर्षक रंग दिया। हड़ताल ने सूरजपुर की स्वास्थ्य सेवाओं को काफी हद तक प्रभावित कर दिया है। ग्रामीण क्षेत्रों में उप स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर शहरी अस्पतालों तक मरीज इलाज को परेशान रहे हैं।संस्थागत प्रसव, पैथोलॉजी जांच, टीबी-मलेरिया स्क्रीनिंग, ओपीडी, नवजात शिशु देखभाल और आपातकालीन सेवाएं बंद हैं। रात्रिकालीन प्रसव और ऑपरेशन थिएटर की सेवाएं प्रभावित हुए हैं।
20 साल का शोषण, सिर्फ खोखले वादे
एनएचएम कर्मचारी संघ का गुस्सा सातवें आसमान पर है। कर्मचारियों का कहना है कि 20 साल से शोषण और वंचना झेल रहे हैं, और भाजपा के "मोदी की गारंटी" और 100 दिन में नियमितीकरण के वादे खोखले साबित हुए। 160 से अधिक ज्ञापन देने के बावजूद सरकार की चुप्पी ने आग में घी डाला है। संघ ने चेतावनी दी है कि लिखित आदेश के बिना यह आंदोलन और उग्र होगा, जिससे प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो सकती है।