सरगुजा पुलिस का अनुकरणीय प्रयास: एसएसपी आईपीएस राजेश अग्रवाल की अगुवाई में परिवार परामर्श केंद्र ने 12 जोड़ों को फिर से जोड़ा
अम्बिकापुर 09 मई 2025।सरगुजा पुलिस का परिवार परामर्श केंद्र, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (आईपीएस) राजेश अग्रवाल के दूरदर्शी नेतृत्व में, टूटते परिवारों को जोड़ने का एक मजबूत मंच बन गया है। हाल ही में आयोजित तीन काउंसलिंग सत्रों में केंद्र ने 12 विवाहित जोड़ों के बीच आपसी सुलह कराकर उनके रिश्तों को नया जीवन दिया। एसएसपी श्री अग्रवाल की प्रेरणा और दिशा-निर्देशों ने इस पहल को न केवल प्रभावी बनाया, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव की मिसाल भी कायम की।सरगुजा पुलिस का परिवार परामर्श केंद्र न केवल परिवारों को टूटने से बचा रहा है, बल्कि समाज में आपसी समझ और एकता को बढ़ावा देने का भी काम कर रहा है। यह पहल अन्य क्षेत्रों के लिए प्रेरणा बन रही है। इसके साथ ही पुलिस की भूमिका सिर्फ अपराध रोकने तक सीमित नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में अहम कड़ी बतौर उभर कर सामने आ रही है।
एसएसपी आईपीएस राजेश अग्रवाल की दूरदर्शिता ने दिखाया असर
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आईपीएस राजेश अग्रवाल ने परिवार परामर्श केंद्र को घरेलू विवादों के समाधान का एक प्रभावी जरिया बनाने का बीड़ा उठाया। उनके स्पष्ट निर्देश है कि विवाहित जोड़ों के बीच उत्पन्न विवादों को त्वरित, निष्पक्ष और संवेदनशील तरीके से सुलझाया जाए। एसएसपी श्री अग्रवाल ने जोर दिया कि पुलिस का दायित्व केवल कानून व्यवस्था तक सीमित नहीं, बल्कि सामाजिक सौहार्द और पारिवारिक एकता को मजबूत करना भी है। उनकी इस सोच ने परामर्श केंद्र को एक ऐसी पहचान दी, जहां बिखरते परिवारों को फिर से एकजुट किया जा रहा है।
काउंसलिंग से बनी 12 परिवारों में सहमति
महिला थाना अंतर्गत संचालित परिवार परामर्श केंद्र ने 12 दंपतियों के बीच काउंसलिंग के जरिए सुलह कराई। अधिकांश मामलों में छोटे-मोटे मनमुटाव और गलतफहमियां विवाद का कारण थीं। केंद्र की प्रशिक्षित टीम ने दोनों पक्षों की बातें ध्यान से सुनीं और संवेदनशीलता के साथ उनकी समस्याओं का समाधान निकाला। परिणामस्वरूप, सभी जोड़े एक-दूसरे के साथ सौहार्दपूर्ण जीवन जीने को राजी हुए। यह उपलब्धि एसएसपी श्री अग्रवाल की उस रणनीति का परिणाम है, जिसमें काउंसलिंग को वैज्ञानिक और मानवीय दृष्टिकोण के साथ लागू किया गया। जिससे केंद्र पर सुरक्षित माहौल त्वरित समाधान की तर्ज पर संचालित कर यहां घरेलू हिंसा या पारिवारिक समस्याओं से जूझ रही महिलाओं को त्वरित सहायता दी जाती है।
इनकी रही सक्रिय भूमिका
काउंसलिंग प्रक्रिया में महिला थाना प्रभारी उप निरीक्षक सुनीता भारद्वाज, काउंसलर मीरा शुक्ला, आशा उपाध्याय, प्रधान आरक्षक संतोष गुप्ता, महिला आरक्षक रीना दास, दिव्या और आरक्षक किशोर तिवारी ने उल्लेखनीय योगदान दिया।