चिटफंड घोटाला: निवेशकों को दोगुना मुनाफे का लालच देकर ठगे करोड़ों, एक और आरोपी गिरफ्तार

चिटफंड घोटाला: निवेशकों को दोगुना मुनाफे का लालच देकर ठगे करोड़ों, एक और आरोपी गिरफ्तार

अम्बिकापुर, 03 जून 2025। शुभ साईं डीकोन इंडिया लिमिटेड के नाम पर निवेशकों को दोगुना मुनाफे का झांसा देकर करोड़ों की ठगी करने वाले चिटफंड मामले में गांधीनगर पुलिस ने एक और बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने इस घोटाले की मुख्य आरोपियों में शामिल जमुना चौहान को गिरफ्तार कर लिया है। यह कंपनी मनेन्द्रगढ़ रोड, पीजी कॉलेज के सामने किराए के मकान में कार्यालय खोलकर निवेशकों से धोखाधड़ी कर रही थी। उक्ताशय पर प्राप्त जानकारी अनुसार वर्ष 2014 में सियाराम एक्का नामक निवेशक को जानकारी मिली कि शुभ साईं डीकोन इंडिया लिमिटेड में पैसा जमा करने पर 6 साल में रकम दोगुनी हो जाएगी। प्रलोभन में आकर सियाराम ने कंपनी में 13 किस्तों में कुल 13,000 रुपये जमा किए और कंपनी का एजेंट भी बन गया। उन्होंने अपने जान-पहचान वालों को भी निवेश के लिए प्रेरित किया। लेकिन जून 2015 में जब वे कार्यालय पहुंचे, तो वह बंद मिला। कंपनी के संचालक जमुना चौहान, ओमप्रकाश घीवर और अन्य के मोबाइल बंद थे, और कार्यालय खाली पड़ा था। इसके बाद सियाराम की शिकायत पर थाना गांधीनगर में 15 अक्टूबर 2019 को धारा 420, 34 भा.द.वि., इनामी चिटफंड अधिनियम 1975 की धारा 3, 4 और छत्तीसगढ़ निक्षेपकों के हित संरक्षण अधिनियम की धारा 10 के तहत मामला दर्ज किया गया। जांच में पता चला कि कंपनी के डायरेक्टर पुष्पेंद्र कुमार देवांगन, सीमा देवांगन, धीरेंद्र देवांगन और अन्य ने मिलकर सुनियोजित तरीके से निवेशकों से करोड़ों रुपये ठगे। पुलिस टीम ने इस मामले में पहले ही चार आरोपियों ओमप्रकाश घीवर, धीरेंद्र देवांगन, पूर्णेंद्र देवांगन और सीमा देवांगन को गिरफ्तार कर चुकी है। अब ताजा कार्रवाई में जमुना चौहान उम्र करीब 34 वर्ष, पौसरा, थाना कोनी, जिला बिलासपुर को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में जमुना ने अपराध में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस अन्य बचे हुए आरोपियों की तलाश में जुटी है और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार करने का दावा कर रही है।

पुलिस टीम की सक्रियता  

इस कार्रवाई में थाना प्रभारी गांधीनगर निरीक्षक गौरव कुमार पाण्डेय के नेतृत्व में प्रधान आरक्षक मुकेश गुप्ता, महिला आरक्षक प्रिया रानी, आरक्षक बृजेश राय और जितेंद्र मिश्रा की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 

निवेशकों के लिए सबक  

यह मामला एक बार फिर निवेशकों के लिए चेतावनी है कि आकर्षक मुनाफे के वादों पर आंख मूंदकर भरोसा न करें। पुलिस ने निवेशकों से अपील की है कि किसी भी कंपनी में निवेश से पहले उसकी विश्वसनीयता और वैधानिकता की जांच जरूर करें।