मरम्मत के नाम पर सड़क का सत्यानाश,पंचायत की लापरवाही,जनपद सीईओ की चुप्पी

मरम्मत के नाम पर सड़क का सत्यानाश,पंचायत की लापरवाही,जनपद सीईओ की चुप्पी

कीचड़ में तब्दील सड़क से ग्रामीण परेशान, आवागमन ठप, निगरानी में ढिलाई ने बढ़ाई मुसीबत

भैयाथान। ग्रामीण विकास के दावों की पोल खोलती ग्राम पंचायत की लापरवाही ने कच्ची सड़कों को दलदल में बदल दिया है। मरम्मत के नाम पर केवल मिट्टी डालकर सड़कों की दुर्दशा बढ़ा दी गई, जबकि जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी की निगरानी में कमी ने समस्या को और गंभीर कर दिया। दरअसल पूरा मामला विकासखंड अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत करौंदामुड़ा से जुड़ा हुआ है, यहां के अटल चौक से कोइरपारा मार्ग दलदल में तब्दील हो चुका है, जहां कार-बाइक फंस रही हैं और राहगीर फिसलकर चोटिल हो रहे हैं।ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत सचिवों की मनमानी और जनपद पंचायत की लचर निगरानी ने सड़कों को बदहाल कर दिया। विजय जायसवाल ने बताया कि उनकी कार कीचड़ में फंसने से हेडलाइट टूट गई, जबकि डीएवी पब्लिक स्कूल की बस को निकालने में घंटों मशक्कत करनी पड़ी। ग्रामीणों का कहना है कि मरम्मत के बजाय सड़क की हालत और खराब हुई, जिससे बरसात में आवागमन पूरी तरह ठप हो गया।पंचायत सचिव सूरज कुशवाहा ने सफाई दी कि मुरूम की कमी के चलते रेता डालने को कहा गया, लेकिन गलती से मिट्टी-रेता का मिश्रण डाल दिया गया। उन्होंने इसे जल्द हटवाने का वादा किया। लेकिन ग्रामीणों का सवाल है कि ऐसी लापरवाही पूर्व में भी कई पंचायतों से सामने आने के बाद भी अबतक जनपद पंचायत के सीईओ की चुप्पी क्यों...? ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पंचायतों की गतिविधियों पर नजर रखने में सीईओ की उदासीनता ने समस्या को बढ़ाया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि सड़कों की सही मरम्मत के साथ-साथ पंचायतों की जवाबदेही तय की जाए और जनपद पंचायत की निगरानी व्यवस्था को सख्त किया जाए, ताकि ग्रामीण विकास के नाम पर लापरवाही का सिलसिला थमे।